चंदौली। मुख्यालय स्थित इंडियन बैंक में चोरी में अपनी मेहनत की कमाई गंवा चुके लाकरधारकों का आंदोलन दिनोंदिन तेज होता जा रहा है। गुरुवार को भी लाकरधारकों ने बैंक का ताला नहीं खुलने दिया। इससे कामकाज ठप रहा। केंद्रीय मंत्री व सांसद का पुतला फूंकने की सूचना से पुलिस के कान खड़े हो गए। बैंक के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रही।
अंतर्राज्यीय चोरों के गिरोह ने 30 जनवरी की रात इंडियन बैंक 40 लाकर काटकर कीमती आभूषण पार कर दिया था। पुलिस पर घटना का खुलासा करने का दबाव था। पुलिस की कई टीमें यूपी समेत अन्य प्रांतों में खाक छानती रही। घटना के एक सप्ताह बाद पुलिस ने आठ चोरों को गिरफ्तार करते हुए खुलासा किया। हालांकि, लाकरधारकों को पुलिस के खुलासे पर भरोसा नहीं। उनका कहना है कि करोड़ों के आभूषण चोरी हुए हैं, लेकिन पुलिस मात्र पंद्रह लाख नकदी व आधा किलो आभूषण की बरामदगी दिखा रही है। वहीं गहनों को भी आर्टिफिशियल बताया जा रहा है। यह सरासर गलत है। पुलिसिया कार्रवाई से एतबार खो चुके लाकरधारकों ने आंदोलन की राह पकड़ी। इसे राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों का भी समर्थन मिल रहा है। गुरुवार को भी लाकरधारक बैंक के बाहर इकट्ठा हुए थे। उन्होंने केंद्रीय मंत्री व सांसद का पुतला फूंकने की बात कही थी। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में खलबली मच गई। मौके पर भारी संख्या में फोर्स तैनात रही।
सीएम से शिकायत करेंगे लाकरधारक
इंडियन बैंक के 40 लाकरों को तोड़कर की गई 20 करोड़ से अधिक की चोरी मामले में बैंक प्रबंधन द्वारा अभी तक कोई जानकारी न दिए जाने और पुलिस द्वारा लगातार की जा रही लाकरधारियों की उपेक्षा के बाद आज पीड़ित लाकरधारियों ने आपातकालीन बैठक की है। साथ ही आगे की रणनीति बनाते हुए इस मामले की जांच सीबीआई से कराए जाने की मांग की है। पीड़ित लाकर धारियों का कहना है कि उनका आंदोलन और लड़ाई आगे भी जारी रहेगी। चंदौली जिले का जिला और पुलिस प्रशासन पूरी तरह से संवेदनहीन है। सीएम से मिलकर मामले की शिकायत करने की मांग की।