
चंदौली। बलुआ थाना क्षेत्र के पलिया गांव के पास खंडवारी गांव निवासी युवा नेता मुंशी सोनकर की हत्या के बाद नाराज ग्रामीणों और सपा कार्यकर्ताओं ने बलुआ थाना के समीप वाराणसी-चंदौली मार्ग पर धरना दे दिया। सकलडीहा से सपा विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव भी कार्यकर्ताओं के साथ डंटे हुए हैं। विधायक ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए आरोप लगाया कि मृतक मुंशी का थाने में प्रतिदिन उठना बैठना था। एसओजी के कुछ लोगों ने भी मोबाइल पर मुंशी से बात की है। कहीं ऐसा तो नहीं कि पुलिस ने भी युवक का एनकाउंटर कर दिया और हो हल्ला मचने पर कोई कहानी नहीं बना सके और बगैर परिवार वालों को सूचित किए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
खंडवारी गांव निवासी मंगरू सोनकर के पुत्र मंशी सोनकर का शव पलिया गांव के खेल मैदान पर मिला। पास ही में उसकी ब्रेजा कार भी खड़ी थी। मुंशी चहनियां सेक्टर नंबर दो से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा था। मृतक पर बलुआ थाने में कई आपराधित मामले भी दर्ज हैं। बहरहाल घटना के बाद नाराज ग्रामीणों और सपा कार्यकर्ताओं ने थाने के ही समीप धरना दे दिया। क्षेत्रीय विधायक प्रभुनारायण सिंह यादव भी धरने पर बैठे हैं। विधायक ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए आरोप लगाया कि मुंशी प्रतिदिन थाने आता-जाता था कहीं पुलिस ने ही तो एनकाउंटर नहीं कर दिया। एएसपी प्रेमचंद के साथ भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद है। एएसपी ने विधायक को समझाने का प्रयास किया। लेकिन विधायक ने पलटवार करते हुए पुलिस पर ही पूरा दोष मढ़ दिया। कहा कि बलुआ को भी हाथरस बना दीजिए। तथ्य मिटाने के लिए पीड़ित का घर जला दीजिए। कहा परिवार के लोग शव को देखने के कह रहे थे लेकिन क्या वजह थी कि पुलिस ने जबरदस्ती शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।