
चंदौली। यह बात सार्वजनिक है कि भाजपाई सकलडीहा कोतवाल की लिखित शिकायत एसपी तक पहुंचा चुके हैं। व्यापारी और छात्र भी प्रभारी निरीक्षक की कार्यप्रणाली से नाराज हैं। अब अधिवक्ताओं ने रविवार को तहसील गेट के बाहर प्रदर्शन करते हुए कोतवाल को हटाने के लिए प्रशासन को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है। चेतावनी दी है कि प्रशासन ने एक्शन नहीं लिया तो उग्र आंदोलन तय है।
प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ताओं, नेताओं और व्यापारियों ने कोतवाल पर गंभीर आरोप मढ़े। कहा कि कोतवाल महिला होने का बेजां फायदा उठा रही हैं। कोतवाली के ठीक बगल में एक व्यक्ति की जमीन जबर्दस्ती कब्जा कर ली गई। रात में निर्माण तोड़ दिया गया। सकलडीहा पीजी कालेज में घुसकर छात्रों को मारा-पीटा गया। सकलडीहा में तकरीबन कर्फ्यू जैसे हालात हो गए हैं। अराजकता फैल चुकी है। कोतवाल मनमानी पर उतारू हैं। पति विधायक हैं इसलिए एसपी भी इनके खिलाफ कार्रवाई करने से कतरा रहे हैं। चेतावनी देते हुए कहा कि अब सकलडीहा में या तो जनता रहेगी या कोतवाल। 48 घंटे में कोतवाल को नहीं हटाया गया तो बड़ा आंदोलन तय है। इस दौरान शैलेंद्र पांडेय कवि, उपेंद्र गुड्डू, संजय दुबे, सत्यप्रकाश गुप्ता, संजय गुप्ता, अवधेश सिंह, विजय नारायण आदि उपस्थित रहे।