
चंदौली। चहनियां विकास खंड (chahaniya block) के ग्राम पंचायत रूपेठा के प्रधान और ग्राम पंचायत सचिव पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं। अधिकारियों की जांच में प्रथम दृष्ट्या दोषी पाए जाने पर डीएम ईशा दुहन (Dm Isha duhan) ने उत्तर प्रदेश पंचायती राज अधिनियित की धाराओं का प्रयोग करते हुए प्रधान राकेश के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकारों को सीज करने का आदेश जारी कर दिया है। विस्तृत जांच के लिए उप कृषि निदेशक और एक्सईएन ग्रामीण अभियंत्रण को नामित किया गया। जांच प्रक्रिया पूरी होने तक ग्राम पंचायत सदस्यों की तीन सदस्यीय समिति प्रधान पद के दायित्वों का निर्वहन करेगी। डीपीआरओ ब्रह्मचारी दुबे ने डीएम स्तर से की गई इस कार्रवाई की पुष्टि की।
प्रधान और सचिव ने कर डाला गजब का खेल
रूपेठा निवासी मुन्ना पांडेय ने लिखित तौर पर शिकायत करते हुए प्रधान राकेश और सचिव बाबूलाल पर गंभीर आरोप लगाए थे। डीएम के निर्देश पर उपायुक्त स्वतः रोजगार और एक्सईएन जलनिगम ने जांच की तो आरोपों की काफी हद तक पुष्टि हो गई। ग्राम पंचायत भवन के मरम्मत में तकरीबन तीन लाख खर्च किए गए। टेंडर प्रक्रिया का पूरी तरह अनुपालन नहीं कराया गया। मात्र एक स्थानीय समाचार पत्र में टेंडर का विज्ञापन प्रकाशित कराकर एक ही व्यक्ति ने तीन अलग-अलग नामों से टेंडर डाला और प्रांजल इंटर प्राइजेज से कोटेशन लेकर भुगतान कर दिया गया। इसी तरह बगैर टेंडर के अधिक मूल्य पर 44 बेंच खरीदे गए। मंदिर के पास तालाब का आधा अधूरा संुदरीकरण कराकर पूरा भुगतान कर दिया गया। हैंडपंप रिबोर के नाम पर भुगतान कर दिया गया जबकि जांच में अधिकारियों ने पाया कि हैंडपंप अभी भी खराब पड़ा है। हालांकि अधिकारियों की जांच के बाद प्रधान और सेक्रेटरी ने हैंड पंप का रिबोर करा दिया। लेकिन उनका यह खेल पहले ही पकड़ा जा चुका था। अधिकारियों की जांच के आधार पर डीएम ईशा दुहन ने प्रधान के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिए हैं।