चंदौली। धानापुर ब्लाक के ग्राम पंचायत बहेरी के पूर्व प्रधान रामा और दो सेक्रेटरी पर 36 लाख 19 हजार 265 रुपये केे सरकारी धन के गबन का आरोप तय हुआ है। जांच में भ्रष्टाचार की पुष्टि होने के बाद जिलाधिकारी ने दोषियों को ग्राम पंचायत निधि में धन जमा करने के लिए 15 दिन की मोहलत दी है। इसके बाद आरसी के जरिए सरकारी धन की वसूली की जाएगी। हालांकि एक सेक्रेटरी की मौत हो चुकी है।
बहेरी गांव के अचल सिंह ने वर्ष 2020 में लिखित तौर पर शिकायत करते हुए तत्कालीन ग्राम प्रधान रामा और सेक्रेटरी पर सरकारी धन के दुरुपयोग का आरोप लगाया। तत्कालीन डीएम ने जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी, जिला विद्यालय निरीक्षक और एक्सईएन निर्माण खंड की तीन सदस्यीय टीम गठित करते हुए जांच का निर्देश दिया। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ती गई अनियमितता की पोल खुलती गई। ग्राम प्रधान रामा ने ग्राम पंचायत सचिव अभय सिंह और अश्वनी सिंह के साथ मिलकर गांव के विकास को मिले सरकारी धन की खूब लूट खसोट की। कागजों पर ही दर्जनों शौचालय बनवा दिए गए तो फर्जी लोगों का नाम देकर शौचालय निर्माण का धन निकाल लिया गया। यही नहीं कुछ के तो दो तीन दफा शौचालय बनवा दिए गए। ठेकेदार का नाम मनरेगा मजदूरी में डालकर उसे एक लाख 70 हजार रुपये का मजदूरी भुगतान किया गया। नाली और चकरोड निर्माण में भी जमकर अनियमितता की गई। एक ही काम का दो से तीन दफा भुगतान कराया गया। इसतरह तत्कालीन प्रधान रामा, सेक्रेटरी अभय सिंह और अश्वनी सिंह 36 लाख 19 हजार 265 रुपये डकार गए। सेक्रेटरी अभय सिंह की बाद में मौत हो गई। डीएम ने पूर्व प्रधान रामा और सचिव अश्वनी सिंह से रिकवरी का आदेश जारी किया है। अभय सिंह की मौत हो जाने के कारण उनके हिस्से की धनराशि के संबंध में बाद में निर्णय लिया जाएगा।
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