
चंदौली। इस साल मौसम दगाबाज रहा। कहीं भारी बारिश व बाढ़ की स्थिति रही तो कहीं औसत से काफी कम बारिश हुई। कृषि प्रधान जनपद भी सूखे की जद में है। यहां अगस्त माह में औसत से कम बारिश हुई। मौसम विभाग की मानें तो पूर्वांचल के दक्षिणी हिस्से में सितंबर माह में औसत बारिश हो सकती है। इससे धान की फसल को लाभ होगा।
कृषि प्रधान जनपद में इस समय धान की फसल रोपी गई है। इसके लिए पानी जरूरी है, लेकिन मौसम का साथ किसानों को नहीं मिल रहा। अगस्त माह में औसत से कम बारिश हुई। आसमान में बादल मंडराए तो झमाझम बारिश की बजाय रिमझिम फुहारें गिराकर चलते बने। इससे मौसम तो कुछ समय के लिए खुशनुमा हो गया, लेकिन फसल को कोई खास फायदा नहीं हुआ। ऐसे में किसान नहरों व निजी सिंचाई संसाधनों के सहारे हैं। मौसम विभाग ने सितंबर माह में औसत बारिश का अलर्ट जारी किया है। इससे फसल को फायदा होगा। दरअसल, सितंबर माह में धान की फसल रेड़ा पर होगी। इस स्थिति में फसल को पर्याप्त पानी की जरूरत होती है। ऐसे में यदि सितंबर में ठीक-ठाक बारिश हुई तो किसानों को कम दुश्वारी झेलनी पड़ेगी। राज्य कृषि मौसम केंद्र के प्रभारी अतुल कुमार सिंह ने बताया कि पूर्वांचल के दक्षिणी हिस्से में सितंबर माह में दीर्घावधि औसत अर्थात सामान्य बारिश की संभावना है।