
चंदौली। दाल में कुछ काला जरूर है। चंदौली में निजी अस्पतालों से रजिस्ट्रेशन के नाम पर वसूली का मामला सामने आया है। आरोप लग रहे हैं कि फर्जी सीएमओ बनकर अस्पतालों से मोटी रकम वसूली जा रही है। गुरुवार को जालसाज अपने गिरोह के साथ उत्तर प्रदेश सरकार लिखे वाहन से बलुआ क्षेत्र के कई निजी अस्पतालों ममें पहुंचा और जांच के नाम पर वसूली करने लगा। संदेह होने पर जब लोगों ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया तो पोल खुली।। हांलाकि इस बीच कई अस्पताल संचालक लुट-लुटा चुके थे। सीएमओ डा. वीपी द्विवेदी ने इस तरह की किसी जांच से इंकार करते हुए मामले की जांच की बात कही है।
फर्जी सीएमओ बना जालसाज गुरुवार को अपने गिरोह के साथ बलुआ थाना क्षेत्र के चहनियां कस्बा, मजिदहा, मारूफपुर, रामगढ़, दरियापुर, महुआरी, टाण्डाकला आदि स्थानों पर संचालित निजी अस्पतालों में पहुंचा और रजिस्ट्रेशन की पड़ताल करने लगा। कुछ निजी अस्पताल जो रजिस्टर्ड नहीं थे उन्होंने डर के मारे में मोटी रकम भी दे दी। जिन अस्पतालों के कागजात दुरुस्त थे वहां जालसालों की दाल नहीं लगी। शक होने अस्पताल संचालकों ने खुद सीएमओ से संपर्क साधा तो सीएमओ विजयपति द्विवेदी ने ऐसी किसी भी जांच से साफ इंकार कर दिया। लेकिन तब तक जालसाज बोलेरो गाड़ी (यूपी 67 पी 3443) में सवार होकर गायब हो चुके थे।
जांच के बाद की जाएगी कार्रवाई
सीएमओ चन्दौली डॉ. विजयपति द्विवेदी का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की टीम या वे खुद कहीं जांच के लिए नहीं गए थे। फिलहाल गाड़ी नम्बर के आधार पर उसकी पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है। जांचकर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।