
चंदौली। चकिया स्थित सावित्रीबाई फुले राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के विवेकानंद सभागार में मिशन शक्ति अभियान के तहत नारी सुरक्षा एवं जीवन रक्षा विषय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इसमें छात्राओं को नारी सुरक्षा और अधिकारों को लेकर प्रेरित किया गया। साथ ही दायित्वों का भी बोध कराया गया।
गोष्ठी की मुख्य वक्ता संस्कृत विभाग की वरिष्ठ प्राध्यापिका डॉ. कलावती रहीं। उन्होंने छात्राओं को गुड टच और बैड टच के महत्व को समझाते हुए बताया कि आज के समय में महिलाओं के साथ शोषण की घटनाएं बढ़ रही हैं। यह शोषण केवल अनजान व्यक्तियों द्वारा ही नहीं, बल्कि परिवार, रिश्तेदारों और परिचितों द्वारा भी किया जा सकता है। इसलिए छात्राओं को हमेशा सतर्क रहना चाहिए और किसी भी अनुचित स्पर्श को तुरंत पहचानकर उसका विरोध करना चाहिए।
उन्होंने समझाया कि यदि कोई व्यक्ति संवेदनशील अंगों को स्पर्श करने का प्रयास करे या अनुचित व्यवहार दिखाए, तो पहली बार में ही कड़ा विरोध करें। चुप रहने से ऐसी हरकतों को बढ़ावा मिलता है और व्यक्ति दोबारा ऐसा करने का साहस जुटा सकता है। उन्होंने छात्राओं को जागरूक करते हुए कहा कि यदि कोई व्यक्ति गलत तरीके से छूने की कोशिश करे, तो उसे साफ शब्दों में मना करें और जरूरत पड़ने पर परिवार या पुलिस को इसकी जानकारी दें। आत्मरक्षा के प्रति जागरूकता ही महिलाओं को सुरक्षित रख सकती है।
कार्यक्रम में महाविद्यालय के अन्य शिक्षक और कर्मचारी भी उपस्थित रहे। इस अवसर पर श्री संतोष कुमार, श्री पवन कुमार सिंह, डॉ. प्रियंका पटेल, डॉ. शमशेर बहादुर समेत कई प्राध्यापक एवं छात्राएं मौजूद रहीं। इस गोष्ठी के माध्यम से छात्राओं को आत्मरक्षा और महिला सुरक्षा के प्रति सजग रहने का संदेश दिया गया। कार्यक्रम का संचालन महाविद्यालय के वरिष्ठ सहायक प्रोफेसर (शारीरिक शिक्षा) डॉ. सरवन कुमार यादव के निर्देशन में हुआ।