
चंदौली। अपर पुलिस महानिदेशक पीयूष मोर्डिया मंगलवार को मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने पुलिस में विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया। वहीं मीटिंग में कानून व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने पुलिसकर्मियों को ईमानदारी के साथ दायित्वों के निर्वहन के निर्देश दिए। साथ ही पुलिसकर्मियों को व्यवहार में परिवर्तन लाने का सुझाव दिया।
एडीजी ने प्रधान लिपिक शाखा, आंकिक शाखा, आईजीआरएस कार्यालय, जन शिकायत प्रकोष्ठ, पेशी कार्यालय वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, पेशी कार्यालय अपर पुलिस अधीक्षक नगर एवं देहात, रिकॉर्ड रुम, पत्रावली शाखा, डीसीआरबी शाखा, विशेष जांच प्रकोष्ठ शाखा, रिट सेल, मानवाधिकार शाखा, पासपोर्ट शाखा, साइबर हेल्प सेन्टर आदि शाखाओं एवं अभिलेखों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारी/कर्मचारियों से वार्ता कर उनके कार्यों की जानकारी ली। सभी अधिकारी/कर्मचारियों को समय से कार्यालय में उपस्थित होकर पूर्ण मनोयोग से कार्य करने तथा कार्यालय रिकॉर्ड को दुरस्त रखने हेतु निर्देशित किया गया। अपर पुलिस महानिदेशक शाखाओं के अभिलेखों के रख-रखाव को चेक किया गया तथा साफ-सफाई रखने तथा राजकीय कार्य समय से सम्पादित करने हेतु सम्बन्धित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। अधिकारी कर्मचारियों से उनकी समस्याओं के बारे में पूछा। सम्बन्धित को उनका निस्तारण करने हेतु निर्देशित किया गया।
इसके बाद एडीजी ने पुलिस लाइन सभागार में अधिकारियों-कर्मचारियों संग मीटिंग की। इस दौरान शराब, खनन, गौकश/गौतस्कर, भूमाफिया तथा मादक पदार्थ तस्करों आदि के बारे में जानकारी कर इस प्रकार के अपराधों में संलिप्त अभियुक्तों पर गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत की गई कार्यवाही तथा गैंगस्टर अधिनियम के अन्तर्गत पंजीकृत अभियोगों में धारा 14(1) गैंगस्टर एक्ट के अन्तर्गत संपत्ति जब्तीकरण की कार्रवाई करने तथा जनपद मे खनन, शराब, गौकशध्गौतस्करों,भूमाफियाओं तथा मादक पदार्थ तस्करों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध विशेष अभियान चलाकर अभियोग पंजीकृत कर कड़ी कानूनी कार्यवाही करने हेतु निर्देशित किया गया। इसके बाद एडीजी ने लंबित विवेचनाएं, विशेषकर एससी एसटी एक्ट, महिला सम्बन्धी अपराध, पोक्सो एक्ट आदि की समीक्षा की। कार्य योजना बनाकर गुण दोष के आधार पर विवेचनाओं के शीघ्र निस्तारण करने, विशेष रूप से वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी सुनिश्चित कर उनके विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई के निर्देश दिए।