चंदौली। सदर तहसील के सवैया महलवार ग्राम पंचायत के लेखपाल ने ग्राम प्रधान शीला देवी का फर्जी सिग्नेचर बनाकर 40 साल से बसे गरीबों की जमीन जलकल विभाग को आवंटित करने का मामला प्रकाश में आया है। इसको लेकर प्रधान के साथ भाकपा माले का प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को कलेक्ट्रेट में जिलाधिकारी ईशा दुहन से मिला। उन्हें पत्रक सौंपकर कार्रवाई की मांग की। डीएम ने प्रकरण की जांच कराकर उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया।
भाकपा माले राज्य कमेटी सदस्य शशिकांत सिंह ने कहा कि भूमिहीन पृष्ठभूमि से आने वाली ग्राम प्रधान शीला देवी को विकास योजनाओं को जनता तक पहुंचाने में ग्राम सभा के दबंगों की ओर से अवरोध किया जा रहा है। लेखपाल उनके साथ मिली हुई हैं। पिछले छह महीने से परेशान किया जा रहा है। जल कल योजना के तहत ग्राम सभा में जमीन को चिन्हित कर ग्राम प्रधान द्वारा प्रस्ताव भेजा गया, लेकिन लेखपाल उस प्रस्ताव को खारिज कर दबंगों के इशारे पर 40 साल से बसें भूमिहीन दलित परिवार की जमीन का ग्राम प्रधान की फर्जी सिग्नेचर कर लेखपाल ने जलकल के बोरिंग की योजना के लिए आवंटित कर दी। इससे ग्राम पंचायत की जनता में नाराजगी है। कहा कि सकलडीहा तहसील के नरैना गांव में धरकार समाज को 1976 से पट्टा मिला हुआ है, जिस पर काबिज चले आ रहे भूमिहीन परिवार को स्थानीय दबंगों ने उजाड़ दिया। एसडीएम सकलडीहा ने मौके पर राजस्व कर्मियों को भेजकर जून में कब्जा दिलाया गया। गरीबों के हक में भाकपा माले का आंदोलन जारी रहेगा। प्रतिनिधिमंडल में अखिल भारतीय ग्रामीण क्षेत्र मजदूर सभा के जिला संयोजक कामरेड रामायण राम, भाकपा माले चंदौली ब्लाक सचिव कामरेड सूचित राम, सवैया महलवार ग्राम प्रधान शीला देवी व अन्य मौजूद रहे।