
चंदौली। निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. संजय निषाद ने कहा कि निषाद जाति को अनुसूचित जाति में शामिल कर उन्हें आरक्षण दिया जाना चाहिए, ताकि समाज का समग्र विकास हो सके। शनिवार को संवैधानिक अधिकार रथ यात्रा के तहत जिला मुख्यालय पहुंचे डा. निषाद ने मीडिया से बात करते हुए समाजवादी पार्टी (सपा), बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर द्वारा बनाए गए संविधान का लाभ वाशर मैन और मिल्क मैन जैसे वर्गों को मिल रहा है, जबकि फिशर मैन आज भी अपने अधिकारों का इंतजार कर रहे हैं।
वक्फ बिल और औरंगजेब के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए डा. निषाद ने कहा कि चाहे मुसलमान हो या हिंदू, संविधान में सभी को समान अधिकार मिले हैं। वक्फ बोर्ड की विसंगतियों को दूर करना सरकार का काम है। इसके साथ ही उन्होंने वक्फ बोर्ड और मदरसों में अकादमिक शिक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया। डा. निषाद ने यह भी कहा कि अब देश तलवार से नहीं, बल्कि व्यवहार से चलेगा।
औरंगजेब को आदर्श मानने की आलोचना करते हुए डा. निषाद ने कहा कि वह एक आक्रमणकारी था और उसे आदर्श मानने वाले खुद को समाप्त कर लेंगे। उन्होंने यह तंज भी कसा कि औरंगजेब को आदर्श मानने वाले अपने बच्चों का नाम औरंगजेब रखें। इसके अलावा, बसपा द्वारा भाईचारा कमेटी की बहाली पर डा. निषाद ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
कर्नाटक में मुसलमानों को आरक्षण देने के मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए डा. निषाद ने कहा कि जालीदार टोपी वालों की स्थिति देश में सबसे खराब है, और जब तक वे कांग्रेस और अन्य दलों के झंडे और डंडे उठाएंगे, तब तक उनकी हालत में कोई सुधार नहीं होगा।