रिपोर्ट: जय तिवारी
चंदौली। जलीलपुर चौकी के हेड कांस्टेबल सुजीत ओझा ने अपनी सूझबूझ व मुस्तैदी से तीन जिंदगियां बचा लीं। गृहकलह के तंग एक महिला अपने दो मासूम बच्चों को लेकर जान देने की नीयत से रेलवे ट्रैक पर पहुंच गई। ट्रेन आती, इससे पहले पड़ाव क्षेत्र के जलीलपुर चौकी के हेड कांस्टेबल सुजीत ओझा की नजर महिला पर पड़ गई। वह झट से मौके पर पहुंचे और महिला को समझा-बुझाकर बच्चों समेत चौकी ले आए। हालांकि महिला मानने को तैयार नहीं हो रही थी, लेकिन पुलिसकर्मी के काफी समझाने के बाद उसने इरादा बदल दिया। बताया कि परिवार में आएदिन हो रही किचकिच से तंग आकर वह बच्चों के साथ जान देने जा रही थी। पुलिसकर्मी के इस प्रयास की काफी तारीफ हो रही है।
पड़ाव क्षेत्र के मढ़िया गांव निवासी संदीप पांडेय की शादी पांच साल पहले बिहार निवासी सरस्वती पांडेय से हुई थी। परिवार में किसी न किसी बात को लेकर आएदिन किचकिच होती थी। इससे तंग आकर महिला अपने दस माह के पुत्र लक्ष्य व चार वर्षीय अंशवीर को लेकर रेलवै ट्रैक पर जान देने पहुंच गई। इसी दौरान जलीलपुर चौकी के हेड कांस्टेबल सुजीत ओझा की नजर उस पर पड़ी तो बिना समय गंवाए तत्काल महिला के पास पहुंच गए। महिला को समझाने का प्रयास किया। पहले तो महिला मानने के लिए तैयार नहीं थी, लेकिन काफी समझाने के बाद बच्चों समेत पुलिस चौकी आ गई। महिला ने बताया कि परिवार में किसी न किसी बात को लेकर आएदिन किचकिच होती रहती है। इसकी वजह से जीना दुश्वार हो गया है। सूचना के बाद महिला के सास-ससुर भी चौकी पहुंच गए। समझा-बुझाकर घर ले गए।