चंदौली। युवा कांग्रेस के नए जिलाध्यक्ष संत यादव का संगठन में विरोध शुरू हो गया है। उनके चुनाव से खिन्न कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को सैयदराजा त्रिमुहानी पर युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीवी श्रीनिवास का पुतला फूंककर विरोध जताया। आरोप लगाया कि चुनाव में धांधली कर ऐसे व्यक्ति को जिलाध्यक्ष बना दिया गया, जिन्हें कांग्रेस का ABCD भी नहीं पता।
कार्यकर्ताओं का कहना रहा कि युवा कांग्रेस के चुनाव परिणामों में घोर धांधली हुयी है। मनमाने तरीके से संत यादव को जीत दिलायी गयी है। यह कैसे हो सकता है कि सबसे ज्यादा वोट कराने वाला व्यक्ति चुनाव हार जाए और सबसे कम वोट कराने वाला चुनाव जीत जाए। चुनाव में ऐसे व्यक्ति को जीत दिलाई गई, जिसे जिले में अधिकांश कांग्रेसी पहचानते तक नहीं। कहा कि संत यादव अभी कुछ माह पहले ही पार्टी ज्वाइन किए हैं। इसके पहले सपा के सेक्टर सदस्य के रूप में कार्य किया करते थे। उस व्यक्ति को यूथ कांग्रेस का जिलाध्यक्ष बनाया गया है। कार्यकर्ताओं ने कहा कि युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष पद के प्रत्याशी रहे विश्वजीत सेठ ने 754 वोट बनाया और उसका पूरा पेमेंट भी किया। वह कैसे चुनाव हार जाता है और संत यादव 408 वोट बनाए और वे चुनाव जीत गए। इस बाबत दूसरे प्रत्याशी मानवेंद्र मूर्ति ओझा ने बताया कि कार्यकर्ताओं द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष का पुतला फूंकना और विरोध करना सरासर गलत है, क्योंकि यह पार्टी संगठन की बात है। कार्यकर्ताओं को संगठन के बीच अपनी बात रखकर विरोध जताना चाहिए। इसके संबंध में हम लोगों द्वारा विरोध दर्ज कराया गया है। इसकी रिचेकिंग की मांग भी की जा रही है। विश्वजीत, जो युवा जिलाध्यक्ष पद के प्रत्याशी हैं, उन्हें सिर्फ 215 मत मिले हैं। वहीं दूसरे स्थान पर मुझे 313 वोट मिले हैं। तीसरे स्थान पर संत यादव हैं, जिन्हें 353 को मिले हैं। उनको 40 वोटों से विजयी घोषित किया गया है। इसको लेकर विरोध जताया जा चुका है। ऐसा विश्वास है कि हाईकमान की ओर से इसकी रिचेकिंग कराकर परिणाम जल्द घोषित किया जाएगा। पुतला दहन में करने वालों में सूरज कुमार, गोविंद पाल, मोनू शर्मा, राकेश खरवार, कमलेश प्रजापति, कमलेश भारती, नारायण पासवान, शिवम, विजय यादव, कमलेश कटारिया आदि शामिल रहे।