चंदौली। प्रचंड बहुमत से सत्ता में आने के बाद योगी सरकार केे गठन की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। होली बाद इसे मूर्त रूप दिया जाएगा। मंत्रिमंडल में किसे जगह मिलेगी इसे लेकर भी अटकलों का बाजार गर्म हैं। चंदौली की बात करें तो यहां तीन सीटों पर बीजेपी प्रत्याशी जीते हैं। धान का कटोरा के रूप में विख्यात इस पिछड़े जिले का भी कोई विधायक टीम योगी में शामिल होगा या नहीं इसे लेकर कयासों का दौर जारी है। हालांकि पहली कैबिनेट में जिले के किसी विधायक के मंत्री बनने की संभावना बेहद कम है। लेकिन सैयदराजा विधायक सुशील सिंह और चकिया के कैलाश खरवार का नाम जिले की राजनीति में सुर्खियां बटोर रहा है।
विधायक सुशील सिंह का नाम चर्चा में
सैयदराजा विधायक सुशील सिंह 2007 से लगातार विधायक हैं। हालांकि एक दफा बसपा के टिकट पर और दूसरी बार निर्दल प्रत्याशी तौर पर विधायक बने। इसके बाद सैयदराजा विधान सभा से लगातार दो बार बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़े और जनता ने उन्हें बहुमत दिया। चर्चा है कि सुशील सिंह को मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है। हालांकि चर्चा में कितना दम है इसका पता सरकार गठन के समय ही चल सकेगा।
चकिया विधायक कैलाश खरवार का दावा भी मजबूत
पेशे से प्राथमिक शिक्षक कैलाश खरवार का नाम तब सुर्खियों में आया जब तमाम दावेदारों को दरकिनार कर पार्टी ने इन्हें चकिया से अपना उम्मीदवार बनाया। पहले ही प्रयास में कैलाश आचार्य विधायक भी बन गए। संघ में काफी अच्छी पकड़ मानी जाती है और कई अहम पदों पर रह भी चुके हैं। संघ में पैठ और अनुसूचित वर्ग से आने के कारण साफ सुथरी छवि के कैलाश आचार्य का मंत्रीमंडल में शामिल होने का दावा काफी मजबूत माना जा रहा है।