चंदौली। विपक्षी दल के नेताओं के उन आरोपों को क्यों न सच मान लिया जाए कि जिले में गेहूं खरीद के नाम पर खेल हो रहा है। किसान परेशान हैं और बिचैलियों की चांदी कट रही है। गेहूं खरीद को लेकर जिला प्रशासन की हनक भी काम नहीं आ रही है। रविवार को वायरल वीडियो ने गेहूं खरीद की पोल खोल दी। वीडियो धनापुर ब्लाक के कमालपुर क्षेत्र के जनौली गांव का बताया जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि गांव में तकरीबन एक दर्जन स्थानों पर सरकारी बोरों में बिचैलियों के जरिए खरीदा गया किसानों का गेहूं डंप किया गया है। यही नहीं बोरियों पर 2021-22 की खरीद का टैग भी लगा हुआ है। हालांकि वीडियो का संज्ञान लेते हुए ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ओर सकलडीहा एसडीएम प्रेम प्रकाश मीणा ने कहा कि इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
चंदौली में गेहूं खरीद की हालत खस्ता है। एक तो विगत वर्ष के सापेक्ष कम क्रय केंद्र खुले दूसरे खरीद भी काफी धीमी हो रही है। सैकड़ो किसानों का गेहूं क्रय केंद्रों पर भींग गया। किसान क्रय केंद्रों पर नंबर लगाकर गेहूं बिकने का इंतजार कर रहे हैं जबकि बिचैलिए किसानों की इस मजबूरी का बखूबी फायदा उठा रहे हैं। वायरल वीडियो भी इन आरोपों की काफी हद तक पुष्टि कर रहा है। सरकारी क्रय केंद्रों को मिलने वाले बोरे मिलरों के जरिए बिचैलियों तक पहुंच रहे हैं। कई कई मिलर भी बिचैलिए का ही काम कर रहे हैं। बहरहाल सकलडीहा एसडीएम ने कार्रवाई की बात कही है। देखना यह है कि वादे पर कितना अमल होता है।
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