
वाराणसी। शहर में गुरुवार को नगर निकाय चुनाव सकुशल संपन्न हुआ। वाराणसी नगर निगम के 100 वार्डों, गंगापुर नगर पंचायत के 10 वार्ड और मेयर पद के लिए लोगों ने मतदान किया। कहीं वोटिंग के बाद लोगों में सेल्फी के क्रेज दिखा, तो कहीं वोटर लिस्ट में नाम न होने से लोग नाराज भी दिखे। शाम 6 बजे मतदान संपन्न होने के बाद ईवीएम मशीनों को लेकर पोलिंग पार्टियां पहड़िया मंडी के लिए रवाना हुईं। गंगापुर में मतपेटिका के सील कर के स्ट्रांग रूम में रखा जा रहा है।
वाराणसी के शहरी क्षेत्र में शाम 5 बजे तक 38.73% प्रतिशत और नगर पंचायत गंगापुर में 76.06 प्रतिशत वोटिंग हुई है। वार्ड बड़ा होने के बाद लोगों को लगा था कि पोलिंग बूथ पर भीड़ बढ़ेगी, पर ऐसा हुआ नहीं, दोपहर बाद भी बूथ पर ज्यादा वोटर्स नहीं पहुंचे। सुसुवाही वार्ड में गलत तरीके से वोट डालने की शिकायत करने पर पुलिस ने बूथ से लोगों को खदेड़ा। प्रदेश सरकार के मंत्रियों ने भी सपरिवार वोट डाला।
वाराणसी में फर्जी मतदान करने को लेकर चितईपुर के सुसुवाही पंचायत भवन पर दो पक्ष आमने-सामने हो गए है। इसके बाद नोकझोंक गाली-गलौज शुरू हो गई। मौके पर मौजूद लोग और पुलिस कर्मी मामले को शांत कराने में जुट गए, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हुए। सूचना पर पहुंची चितईपुर पुलिस ने सभी को खदेड़ कर भगाया।
कोतवाली जोन के अन्तर्गत लोहटिया स्थित हरिश्चंद्र इंटरमीडिएट कॉलेज के बाहर भाजपा प्रत्याशी की पुलिस से जमकर नोकझोंक हुई। मतदान केंद्रों का निरीक्षण करने जब कोतवाली थाने की फोर्स और पीएसी के जवानों पहुंचे तो देखा कि वार्ड नंबर 66 मध्यमेश्वर के भाजपा पार्षद प्रत्याशी मतदान केंद्र के अंदर अपने समर्थकों के साथ खड़े थे। इस पर पुलिस ने पार्षद प्रत्याशी को मतदान केंद्र परिसर से बाहर जाने के लिए कहा। इस दौरान प्रत्याशी और उसके समर्थक पुलिस से ही उलझ गए।