वाराणसी : रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में आज यानी कि शनिवार से 3 दिनों तक चलने वाले इंटरनेशनल टेंपल्स एक्सपो का शुभारंभ होगा। संघ प्रमुख मोहन भागवत कार्यक्रम का उद्घाटन करेंगे। देश-विदेश के हिंदू बौद्ध जैन मंदिरों और गुरुद्वारों के बेहतर प्रबंधन और सुरक्षा के मुद्दों पर एक मंच के नीचे मंदिर के प्रबंधन गुरुद्वारों के प्रबंधन समेत कई विषयों पर मंथन करेंगे। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि के तौर पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे और राज्यसभा सांसद सुधांशु त्रिवेदी शामिल होंगे। वाराणसी के सिगरा स्थित इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर रुद्राक्ष में अब से थोड़ी ही देर में टेंपल एक्सपो की शुरुआत की जाएगी। भारत 30 से अधिक देशों के 1680 हिंदू बौद्ध जैन मंदिरों व गुरुद्वारों के प्रबंधक इस एक्सपो में शामिल हो रहे हैं। सभी धर्मों के लगभग 400 प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में शामिल होंगे साथ ही कई मंदिरों और मठों के धर्माचार्य ऑनलाइन जुड़ेंगे।
इंटरनेशनल टेंपल्स एक्सपो कार्यक्रम के अंतिम दिन 24 जुलाई को गुरुद्वारा प्रबंधन के संबंध में श्वेत पत्र भी जारी होगा। काशी विश्वनाथ मंदिर तिरुपति मंदिर उज्जैन महाकाल मंदिर बांके बिहारी वृंदावन मंदिर अयोध्या का राम मंदिर इस्कान स्वामीनारायण मंदिर संकट मोचन मंदिर, शिरडी साईं मंदिर और पटना साहिब गुरुद्वारा समेत दुबई और अमेरिका के धार्मिक स्थलों के प्रतिनिधि भी इस टेंपल्स एक्सपो में शामिल होंगे। मंदिरों में आने वाले चढ़ावे ज्यादा से ज्यादा उपयोग के अलावा गुरुद्वारों की तरह मंदिर के में लंगर, जरूरतमंदों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं, आर्थिक मदद ,मंदिरों के अर्थव्यवस्था टैक्स जैसे मुद्दों पर विशेष रूप से टेंपल एक्स्पो में चर्चा होगी।
देव स्थानों और मंदिरों की cyber-attack से सुरक्षा के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक फेस रिकॉग्निशन तकनीक वाले सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल समेत मंदिरों को और हाईटेक बनाए जाने को लेकर विशेष रूप से इस एक्सपो में चर्चा होगी। मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था साफ-सफाई का भी मुद्दा एक्सपो में उठाया जाएगा। गुरुद्वारा की तर्ज पर मंदिरों में भी लंगर और लोगों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने पर भी मंथन किया जाएगा। मंदिरों की व्यवस्था को और हाईटेक करने के लिए नई तकनीक पर भी चर्चा की जाएगी। संघ प्रमुख मोहन भागवत इस पूरे कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे।
देव स्थानों पर होने वाले भीड़ प्रबंधन को लेकर इस एक्सपो में विशेष रूप से चर्चा होगी। मंदिर और गुरुद्वारों में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसको लेकर भीड़ प्रबंधन की तकनीक पर विशेष रूप से इस एक्सपो में चर्चा होगी। काशी विश्वनाथ मंदिर में उमड़ने वाली भीड़ के प्रबंधन पर भी चर्चा की जाएगी।
देश के सबसे शक्तिशाली मंदिरों में से एक तिरुपति मंदिर के सीईओ एबी धर्मा रेड्डी इस एक्सपो में विशेष रूप से शामिल हो रहे हैं। पंढरपुर देवस्थानम के उपाध्यक्ष गहिनीनाथ महाराज भी इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। चिदंबरम मंदिर विरुपाक्ष मंदिर हंपी के प्रबंधक, इस्कॉन मंदिर के गौरांग दास प्रभु विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परांदे इस कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं।