वाराणसी। धार्मिक नगरी वाराणसी में बन रहे क्रिकेट स्टेडियम का स्वरूप भी बाबा के नाम के समान ही होगा। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम का स्वरूप डमरू, त्रिशूल और बाबा विश्वनाथ पर चढ़ने वाले बेलपत्र के समान रखा गया है। स्टेडियम में दर्शकों के बैठने के लिए बनाई जा रही कुर्सियों का स्वरूप भी गंगा घाट के सीढ़ियों की तरह होगा। उत्तर प्रदेश का यह तीसरा अंतरराष्ट्रीय सर्व सुविधायुक्त स्टेडियम होगा। 23 सितंबर को पीएम मोदी के हाथों स्टेडियम का शिलान्यास किया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के मॉडल की बात करें तो स्टेडियम का प्रवेश द्वार डमरु के आकार का बनाया जाएगा। स्टेडियम के बाहरी हिस्से को बेलपत्र की तरह बनाया जाएगा। स्टेडियम के प्रवेश द्वार पर ही बाबा विश्वनाथ के हाथों में सजने वाला डमरू की आकृति ठीक सामने उकेरी जाएगी। स्टेडियम में लगने वाले लाइटों की संरचना बाबा विश्वनाथ के त्रिशूल के आकार की होगी। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में कुल 7 पिच बनाए जाएंगे। 330 करोड़ की लागत से तैयार होगा वाराणसी का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम।30 एकड़ एरिया में स्टेडियम का होगा फैलाव।
वाराणसी में बनने वाले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम के मुख्य द्वार पर ही बाबा विश्वनाथ के हाथों में सजने वाला डमरु की संरचना प्रवेश करते ही दिखेगा। स्टेडियम के प्रवेश द्वार का मॉडल बेलपत्र की पत्तियों की तरह रहेगा। मुख्य द्वार से अंदर की तरफ प्रवेश करते ही स्टेडियम की जो छत होगी वह बाबा विश्वनाथ के सिर पर विराजमान आधे चंद्रमा के समान होगा। स्टेडियम की छत अर्द्धचंद्राकार होगी। स्टेडियम का सीटिंग अरेंजमेंट गंगा घाट पर चढ़ने वाली सीढ़ियों का लुक दिया गया है। स्टेडियम का पूरा लुक बाबा विश्वनाथ के संरचना की तरह रखा गया है।