वाराणसी। चोलापुर थाना क्षेत्र के बरथौली गांव में राजनीतिक वर्चस्व की लड़ाई में दो पक्षों में मारपीट में ग्राम प्रधानपति की मौत के बाद डीसीपी वरूणा जाने ने मामले के विवेचक एसआई हरेकृष्ण यादव को निलंबित कर दिया। जबकि इस मामले में थानेदार का तबादला पहले किया जा चुका है। विवेचक पर गंभीर आरोप यह है कि उसने अपनी जाति के लोगों के प्रति नरम रूख अख्तियार किया।
बता दें कि पिछले दिनों बरथौली ग्राम में प्रधानी चुनाव की रंजिश में प्रधान पति मंगरू राजभर और पूर्व प्रधान अमरजीत यादव पक्ष में जमकर मारपीट हुई थी। लड़ाई का बहाना अमरूद तोड़ने का विवाद बना था। इस घटना में गंभीर रूप से घायल महिला प्रधानपति मंगरू राभजर को बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। पोस्टमार्टम के बाद शव बरथौली गांव पहुंचा तो लोगों के आक्रोश फैल गया। गुस्साये परिजनों व ग्रमाणों ने सड़क पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया। थाना प्रभारी और विवेचक पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी।
अधिकारियों के आश्वासन पर किसी तरह लोग शांत हुए थे। मामले की जांच के बाद थाना प्रभारी मिथिलेश श्रीवास्तव को यहां से हटकार डीसीआरबी भेज दिया गया था। उनके स्थान पर नई तैनाती परहमहंस गुप्ता को दी गयी। अब विवेचक पर गाज गिरी है।