
वाराणसी। भेलूपुर थाना क्षेत्र के जवाहर नगर में नीट की तैयारी कर रही छात्रा स्नेहा सिंह की संदिग्ध मौत के मामले में सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारी फैलाने को लेकर सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज सिंह काका समेत तीन लोगों के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। तीनों पर अपने पोस्ट के जरिये पुलिस की छवि खराब करने का आरोप है।
एफआईआर के अनुसार, छात्रा स्नेहा सिंह दुर्गाकुंड स्थित जवाहर एक्सटेंशन कॉलोनी में एक हॉस्टल में रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रही थी। 1 फरवरी को उसने हॉस्टल के बंद कमरे में आत्महत्या कर ली थी। पुलिस ने नियमानुसार शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया था, जिसके बाद हिंदू रीति-रिवाज से हरिश्चंद्र घाट पर अंतिम संस्कार किया गया। मामले में मृतका के पिता की तहरीर पर पुलिस पहले ही मुकदमा दर्ज कर चुकी है। भेलूपुर प्रभारी निरीक्षक विजय नारायण मिश्रा की ओर से दर्ज एक नई एफआईआर में आरोप लगाया गया कि एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पुनीत यादव समाजवादी (@punityadav-sp), मनोज काका (@manojsinghkaka) और अमित यादव (@amityadav-65) ने मामले को लेकर गलत व भ्रामक जानकारी पोस्ट की। आरोप है कि इन पोस्ट्स में दावा किया गया कि मृतका का पोस्टमार्टम नहीं हुआ और शव परिजनों को सौंपा ही नहीं गया। पुलिस का कहना है कि इन भ्रामक तथ्यों के जरिए उनकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया। इस मामले में भेलूपुर थाने में बीएनएस की धारा 353(2), 356(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
मनोज काका बोले न्याय की मांग करना गुनाह
सपा प्रवक्ता मनोज सिंह काका ने इस कार्रवाई पर प्रदेश सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि भाजपा की सरकार में किसी बेटी के लिए न्याय की मांग करना भी गुनाह हो गया। लेकिन सरकार की नजर में यदि यह गुनाह है तो यह गुनाह मैं हजार बार करूंगा। मनोज काका ने कहा कि मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।