वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय के आईआईटी विभाग में बुधवार देर रात छात्रा से छेड़छाड़ के विरोध में स्टूडेंट्स सड़क पर उतर आए हैं। करीब 2000 से ज्यादा छात्रों ने कैंपस में जाम लगाकर प्रोटेस्ट किया। इस दौरान डायरेक्टर हाय-हाय के नारे लगाए। साथ ही क्लोज कैंपस की मांग की। छात्रों ने मांग की कैंपस में बाहरी तत्वों का प्रवेश पर भी रोक लगाई जाए। बीएचयू कैंपस में हुई इस घटना ने छात्रों को झकझोर कर रख दिया है। बीएचयू कैंपस की सिक्योरिटी पर सवालिया निशान खड़ा होता जा रहा है।
छात्रा ने अपनी तहरीर में बीएचयू कैंपस के अंदर घटी घटना का जिक्र करते हुए लिखा है कि मैं और मेरे साथी दिल्ली हॉस्टल की तरफ जा रहे थे, तभी रास्ते में बुलेट सवार तीन लड़के अचानक पहुंचे और मेरे साथी को अलग करते हुए मुझे जबरन अपने साथ खींच ले गए सन्नाटे का लाभ लेते हुए तीनों ने मेरे साथ जितना गलत कर सकते थे उतना किया साथ ही पूरे घटना का वीडियो भी बनाया। कुछ देर बाद मैं उन तीनों लड़कों के चंगुल से छूटकर भागते हुए एक प्रोफेसर के निवास पर जाकर रुक गई।
प्रोफेसर के आवास का दरवाजा जोर-जोर से पीटा इसके बाद अंदर से प्रोफेसर साहब बाहर निकले मैंने सारी घटना प्रोफेसर को बताई। इसके बाद बीएचयू सुरक्षा कर्मियों को फोन कर प्रोफेसर ने मौके पर बुलाया सुरक्षा कर्मियों ने जाकर हॉस्टल में छोड़ा जिसके बाद मेरा डर कुछ कम हुआ।
वहीं गुरुवार को IIT स्टूडेंट्स राजपूताना हॉस्टल के बाहर पहुंचे। विश्वविद्यालय कैंपस में सुरक्षा को लेकर प्रोटेस्ट किया। इस दौरान स्टूडेंट्स अपने साथ बैनर और पोस्टर लेकर पहुंचे थे। स्टूडेंट्स का कहना है, अब तक का सबसे बड़ा हीनियस क्राइम 1 नवबंर को हुआ है। रात दो बजे IIT के छात्र और छात्रा कहीं जा रहे थे। उतने में बाहर से आए कुछ मनचलों ने पहले दोनों को अलग-अलग किया। इसके बाद लड़की को अलग ले जाकर जितना गलत किया जा सकता था, उतना किया।
छात्रों के आक्रोश को देखते हुए लंका पुलिस ने बिना देर करते हुए मामला रजिस्टर कर जांच पड़ताल शुरू कर दिया है। घटना की जगह के लगे आसपास के सीसीटीवी कैमरों को भी पुलिस खंगालने में जुटी हुई है। फिलहाल इस घटना को लेकर छात्रों में आक्रोश का माहौल है और छात्र धरने पर बैठे हुए हैं।