वाराणसी। बड़ी पियरी निवासी मॉन्टी यादव (32) की हत्याकांड का मंगलवार को वाराणसी पुलिस ने खुलासा कर दिया। मॉन्टी की हत्या उसके ही दोस्तों डब्लू यादव और पिंटू यादव ने ही की थी। दोस्तों ने हत्या के बाद दो दिन शव को बक्से में बंद करके रखा और मौका मिलने पर करौंदी आईटीआई कालेज के पास बोरे में भरकर फेंका दिया था।
पुलिस उपायुक्त काशी जोन आरएस गौतम ने बताया कि बड़ी पियरी चौक निवासी दोनों आरोपियों डब्लू और पिंटू को चितईपुर और एसओजी टीम ने गिरफ्तार किया है। मोहल्ले में रहने वाले उसके दोस्त डब्लू से मॉन्टी की पुरानी रंजिश थी। हाल में दोनों में विवाद भी हुआ था।
डब्लू यादव ने पूछताछ में बताया कि 28 नवंबर की हत्या के इरादे से उसने सुबह मॉन्टी को आदमपुर स्थित कमरे पर बुलाया था। शराब पिलाने के बाद चेहरे पर ईंट से मारकर उसकी हत्या कर दी। 29 नवंबर को दालमण्डी से बक्सा खरीदकर पिण्टू के ई-रिक्शे में लादकर कमरे पर लाया, जिसमें मॉन्टी के शव को बोरी व गद्दे में लपेटकर जीआई तार से बांधकर कमरे से नीचे लाकर बक्से में रखकर ताला बन्द कर दिया।
मौका मिलने पर 30 नवंबर की सुबह मकान मालिक के जागने के पहले ई रिक्शे में दोनों आरोपी बक्से को लादकर घूमते रहे। रात में शव को करौंदी आईटीआई कालेज के पास फेंक कर वहां से फरार हो गए।
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष चितईपुर बृजेश कुमार मिश्र, एसआई संदीप कुमार सिंह, अंकित कुमार सिंह, इंस्पेक्टर नीरज कुमार, कांस्टेबल कमल किशोर, गुलशन कुमार, हेड कांस्टेबल राकेश सिंह, इंस्पेक्टर सुनील सिंह प्रभारी एसओजी, एसआई आदित्य मिश्रा शामिल रहे।