इन दिनों प्रदूषण की समस्या तेजी से बढ़ रही है खास कर के वायु प्रदूषण। इस प्रदूषण से फेफड़ों की कई समस्याएं हो सकती हैं। इंफेक्शन की वजह से बलगम बन सकता है और गले में खिचखिच रह सकती है। इसके अलावा भी आपको कई प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसी स्थिति में रात को सोने से पहले दूध के साथ गुड़ का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। लेकिन, सवाल ये है क्यों और कैसे। जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
प्रदूषण के असर को कैसे कम कर सकता है दूध और गुड़?
दूध और गुड़ का सेवन प्रदूषण के असर को कम कर सकता है। ये दोनों ही गले के कोमल ऊतकों पर चिकना और सुखदायक प्रभाव डालते हैं जिससे गले की जलन कम हो जाती है। आयुर्वेद के अनुसार, यह फेफड़ों को गर्म करता है और श्वसन पथ को फैलाता है जिससे बलगम साफ होता है, सांस लेने में दिक्कत नहीं होती और फेफड़ों से जुड़ी समस्याओं से बचने में मदद मिलती है। इसके अलावा ये प्रदूषकों के असर को हल्का कर देता है एक क्लींजर की तरह काम करता है।
फेफड़ों के लिए दूध और गुड़ के फायदे
फेफड़ों के लिए दूध और गुड़ के कई फायदे हैं। ये दोनों ही पहले तो लंग्स क्लीनर की तरह काम करते हैं। दरअसल, ये ब्रोंको-डिलेटर है यानी एक ऐसा पदार्थ जो उन लोगों में ब्रोन्कियल मांसपेशियों को आराम देता है जिन्हें खांसी-जुकाम और ड्राई कफ की समस्या होती है। इसके अलावा ये ब्रोंकाइटिस जैसा इंफेक्शन में भी फायदेमंद है।
कैसे करें दूध और गुड़ का सेवन
दूध और गुड़ का सेवन आपको ऐसे करना है कि पहले दूध को गर्म कर लें और फिर पीने से पहले 1 टुकड़ा गुड़ खा लें। इसके अलावा आप दूध को हल्का गर्म करें और इसमें गुड़ मिलाकर जल्दी से पी लें। नहीं तो, गुड़ की वजह से दूध फट सकता है। इसके अलावा आप इसमें हल्दी भी मिला सकते हैं। तो, इस प्रकार से खराब होती हवा के बीच ये फूड तेजी से काम कर सकता है।