चंदौली। अप्रैल माह से अबतक शहाबगंज क्षेत्र में चोरी की लगभग एक दर्जन वारदातें हो चुकी हैं। चोरों की जेब गरम लेकिन पुलिस के हाथ खाली हैं। थानाध्यक्ष मिर्जा रिजवान बेग एक भी मामले का खुलासा नही कर सके हैं। बावजूद सख्त मिजाज एसपी की नजरों से बचे हुए हैं।
चोरी की बड़ी वारदातों पर एक नजर
अप्रैल माह में क्षेत्र के कनेरा गांव में पीआरडी जवान झलमल के घर से चोरों ने लाखों रुपए के गहने व डेढ़ लाख रुपये नकद पर हाथ साफ कर दिया था। मई माह में विलासपुर गांव निवासी दीपक सिंह के घर से लाखों रुपए के जेवरात सहित दस हजार नकदी चोरी हो गई। डुमरी गांव में महात्मानंद तिवारी के घर धावा बोलकर 16 लाख के गहने व 56 हजार नकद ले उड़े। चोरों का हौसला बढ़ता गया। ठेकहां के कम्पोजिट विद्यालय, तियरा के पंचायत भवन सहित कई परिषदीय विद्यालयों का भी ताला चटका दिया। शहाबगंज कस्बा में एक जुलाई को रामकुमार जायसवाल की सायकिल चोरी हो गई। अगस्त माह में चोरों ने एक ही रात दो बड़ी घटनाओं को अंजाम देते हुए थाना क्षेत्र के मचवल व किडिहरा गांव में दो घरों को निशाना बनाया और 35लाख के जेवर व 70हजार रुपये नकद उड़ा दिए। मचवल गांव निवासी प्रदीप सिंह उर्फ रवि और किडिहरा गांव के सुहेल अख्तर सिद्दीकी चोरों का निशाना बने। पुलिस एक भी मामले का खुलासा नहीं कर सकी है। देखना यह है कि लापरवाहा थाना प्रभारी एसपी की नजरों से कब तक बचे रहते हैं।