
तरुण भार्गव
चंदौली। चकिया ब्लाक में क्षेत्र पंचायत की दो रिक्त सीटों पर हो रहे उपचुनाव में जीत के लिए प्रत्याशी और उनके समर्थक जान लड़ा रहे हैं। सबकी नजर क्षेत्र पंचायत सिकंदरपुर सीट पर लगी है। यहां बीजेपी समर्थित नाजनीन बानो को जिताने के लिए बीजेपी के क्षेत्रीय नेताओं ने पूरी ताकक झोंक दी है। ब्लाक प्रमुख से लेकर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबली सिंह तक चुनाव प्रचार में उतर चुके हैं। दूसरी तरफ डा. नंदकिशोर सिंह चुनाव जीतकर ब्लाक प्रमुख की कुर्सी को चुनौती देने की तैयारी में हैं। सोमवार को सिकंदरपुर में वोट मांगने आए बीजेपी पदाधिकारियों को जनता के विरोध का सामना करना पड़ा। छत्रबली सिंह के सामने ही ग्रामीणों ने भाजपा समर्थित ब्लाक प्रमुख पर उपेक्षा का आरोप लगाकर नेताओं को असहज कर दिया। कुछ ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि चुनाव के बाद ब्लाक प्रमुख शंभूनाथ यादव गांव में झांकने तक नहीं आए। विकास के नाम पर कोई काम नहीं हुआ है। अब गांव को गोद लेने की बात कह रहे हैं। इस घटना से जुड़ा वीडियो भी वायरल हो रहा है।
चुनाव जीतने को तरकश का हर तीर आजमा रहे प्रत्याशी
कहने को तो बीडीसी का चुनाव है लेकिन माना जा रहा है कि यह चकिया ब्लाक प्रमुख की कुर्सी का भविष्य भी तय करेगा। सिकंदरपुर और उतरौत सीटों पर होने वाले बीडीसी उपचुनाव पर सबकी नजर लगी है। खासकर सिकंदरपुर सीट हाट सीट मानी जा रही है। यहां से बीजेपी समर्थित नजनीन बानो और डा नंदकिशोर सिंह पटेल के बीच सीधा मुकाबला है। नाजनीन बानो के समर्थन में बीजेपी के कई बड़े नेता कमर कसकर मैदान में उतर चुके हैं। खुद ब्लाक प्रमुख शंभूनाथ यादव भी नाजनीन को जीत दिलाकर डा नंदकिशोर पटेल के रूप में अपनी कुर्सी पर आने वाले संभावित खतरे को समाप्त करना चाहते हैं। इसी प्रयास के तहत सोमवार को पूर्व जिलापंचायत अध्यक्ष छत्रबली सिंह के सामने सिकंदरपुर गांव को गोद लेने का घोषणा कर दी। वहां मौजूद नंदकिशोर सिंह के समर्थकों ने विरोध किया कहा कि यह चुनावी स्टंट है। चुनाव जीतने के बाद प्रमुख गांव में कभी नहीं आए। कुछ लोगों ने विरोध में नारेबाजी भी, जिससे छत्रबली सिंह सहित बीजेपी के पदाधिकारी असहज नजर आए। वहीं डा. नंदकिशोर सिंह इस माहौल को अपने पक्ष में मान रहे हैं। कहा कि बाहरी लोगों के प्रचार से कोई फर्क नहीं पड़ेगा। जनता उनके साथ है।