
चंदौली। गैर कृषि कार्य में खाद के अवैध इस्तेमाल की सूचना के बाद शासन अलर्ट हो गया है। अपर मुख्य सचिव के निर्देश पर कृषि विभाग की टीम ने मंगलवार को रामनगर औद्योगिक क्षेत्र स्थित कारखानों में छापेमारी की। इस दौरान प्लाई, शेड आदि बनाने में उर्वरक के इस्तेमाल की जांच की। हालांकि कहीं भी कृषि संबंधी यूरिया का प्रयोग होता नहीं पाया गया। इस पर कर्मियों ने राहत की सांस ली।
शासन स्तर पर शिकायत पहुंची थी कि यूरिया का इस्तेमाल गैर कृषि कार्यों के लिए किया जा रहा है। तमाम तरह के उद्यम में अवैध रूप से इसका प्रयोग किया जा रहा है। इस पर अपर मुख्य सचिव ने पत्र भेजकर इसकी पड़ताल करने के निर्देश दिए थे। इस पर कृषि, उद्योग व भूमि संरक्षण विभाग की संयुक्त टीम ने मंगलवार को रामनगर औद्योगिक क्षेत्र स्थित एक कारखाने में छापेमारी की। इस दौरान जानकारी मिली कि कारखाने की एक यूनिट पहले से ही बंद हो चुकी है। दूसरी यूनिट में यूरिया के इस्तेमाल की पड़ताल की गई। कारखाने में माल की जांच की गई। वहीं निर्मित उत्पाद व इसे बनाने की प्रक्रिया के बारे में जानकारी ली गई। हालांकि कहीं भी अवैध रूप से यूरिया का इस्तेमाल होता नहीं पाया गया। टीम की ओर से रिपोर्ट बनाकर शासन को प्रेषित कर दी गई है। कृषि उपनिदेशक विजेंद्र कुमार ने बताया कि छापेमारी में कहीं कोई गड़बड़ी नहीं मिली। शासन उर्वरक के अवैध इस्तेमाल को लेकर गंभीर है। इसकी शिकायत मिलने पर संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। टीम में विभाग के राकेश सिंह सहित अन्य कर्मचारी शामिल रहे।