चंदौली। नियामताबाद विकास खंड के गोधना गांव के ग्रामीणों की तकलीफ समझने वाला कोई नहीं है। लाकडाउन से पहले मरम्मत के नाम पर सड़क उखाड़ी गई तो लोगों को बेहतरी की उम्मीद जगी। लेकिन उम्मीद अब निराशा में बदल चुकी है। महानों बीत गए अब तक सड़क की मरम्मत नहीं कराई गई। खस्ताहाल सड़क अब दुर्घटना का सबब बन चुकी है। इसपर पैदल चलना भी दुश्वार हो गया है।
गोधना में ब्राह्मण, यादव, बिंद, दलित और विश्वकर्मा आदि वर्ग के लोग रहते हैं। गांव को हाईवे से जोड़ने वाले तकरीबन तीन किमी लंबे मुख्य मार्ग को विगत वर्ष कोरोना काल से पहले मरम्मत के लिए उखाड़ा जा रहा था। इसी बीच लाकडाउन लग जाने से कार्य ठप हो गया। तब से लेकर आज तक कार्य शुरू नहीं हो सका है। सड़क ही स्थिति और खराब हो चुकी है। गांव का मुख्य मार्ग होने के चलते पूरे दिन सड़क पर आवागमन होता है। बच्चे स्कूल जाने के लिए भी इसी मार्ग का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन क्षतिग्रस्त सड़क चलने लायक नहीं रह गई है। ग्रामीणों की बेबसी यह कि उनकी समस्या को सुनने वाला कोई नहीं है। गांव के लोगों ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों का ध्यान इस तरफ आकृष्ट कराया है।