
प्रद्युम्न सिंह की रिपार्ट…
चंदौली। बलुआ थाना क्षेत्र के महड़ौरा गांव निवासी नित्यानंद सिंह उर्फ पंकज की हत्या को सुनियोजित तरीके अंजाम दिया गया। पंकज की हत्या इंतकाम की आग बुझाने के लिए की गई। घटनाक्रम और प्रत्यक्षदर्शियों के बयान को आधार माने तो शार्प शूटरों ने इस सनसनीखेज हत्याकांड को अंजाम दिया। पंकज को चारों तरफ से घेरकर गोली मारी गई। पंकज की मौत का इत्मिनान होने केे बाद ही हत्यारे वहां से गए। इससे यह भी साफ है कि वे पूरी तरह से बेखौफ थे।
ग्राम प्रधान संगीता सिंह के पति पंकज सिंह सुबह ही अपने भाई से साथ खेत के पास पहुंचे। खलिहान में झाड़-झंखाड़ उग आई थी जिसे साफ कराना चाह रहे थे। चचेरा भाई फावड़ा लाने घर गया। इसी बीच दो बाइक से पांच बदमाश आए। उस समय पंकज जामुन के पेड़ के नीचे बैठे थे। वे कुछ समझ पाते कि बदमाशों ने पीछे से ताबड़तोड़ फायर झोंक दिया। गोली लगने के बाद पंकज जान बचाने के लिए खलिहान की ओर भागे लेकिन आगे भी दो बदमाश असलहा लिए खड़े थे। उन्होंने भी पंकज पर एक के बाद एक गोलियां दाग दीं। ग्रामीणों की माने तो तकरीबन 12 से 15 राउंड फायरिंग की गई। पंकज सिंह को 12 गोलियां लगीं। उनकी मौके पर ही मौत हो गई। इस दुस्साहसिक वारदात को अंजाम देने के बाद भी बदमाशों ने भागने की जल्दबाजी नहीं दिखाई। काम को अंजाम देकर आराम से निकल गए। आरोप तो यह भी लग रहे हैं कि घटना के बाद हत्यारे गांव में ही एक स्थान पर रुके। किसी से बात की उसके बाद गायब हो गए। संभवतः हत्यारों ने सुपारी देने वाले को इस बात का भरोसा दिलाया कि काम हो गया है। जिले में इसतरह की दुस्साहसिक वारदात शायद ही कभी देखने या सुनने को मिली हो। घटना से इलाके में दहशत व्याप्त है।