चंदौली। किसान संगठनों के रेल रोको आंदोलन की तपिश चंदौली में भी महसूस की गई। आंदोलन के समर्थक नेताओं को पुलिस ने हाउस अरेस्ट कर लिया जबकि पीडीडीयू जंक्शन सहित अन्य स्टेशनों और बाजारों में पुलिस की तैनाती रही। सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह को भी उनके आवास पर नजरबंद कर दिया गया। इस दौरान सपा नेता की पुलिस से गरमागरम बहस भी हुई।
किसान संगठन के रेल रोको आंदोलन के मद्देनजर सपा राष्ट्रीय सचिव व पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू को होम अरेस्ट कर लिया गया। मनोज सिंह ने कहा कि इस दमनकारी सरकार को पता नहीं की अन्नदाताओं को कैद करने से आवाम भड़क सकती है। रही बात आंदोलन की तो देश का किसान परेशान रहेगा तो देश की जनता भूखों मरेगी। भारतीय जनता पार्टी की सरकार पूंजीपतियों की कठपुतली बनी हुई है।
किसान नेता भी हुए नजरबंद
भरतीय किसान यूनियन लोकशक्ति संगठन के आह्वान पर होने वाले रेल रोको आंदोलन को विफल करने के लिए पुलिस ने किसान नेताओं को नजरबंद कर दिया। जिला संगठन मंत्री संजय पाण्डेय को पुलिस प्रशासन ने उनके आवास पर नजर बन्द कर दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार तमाम विरोधों के बाद भी किसानों के फसल का दाम तय नहीं कर पा रही है ना ही डीजल पेट्रोल गैस का दाम आधा कर रही है, महंगाई लगातार बढ़ रही है। वहीं दूसरी तरफ चकिया कोतवाली क्षेत्र के अमरा गांव में किसान नेता वीरेंद्र पाल को पुलिस ने नजरबंद कर दिया। वीरेंद्र पाल ने कहा कि लखीमपुर खीरी की घटना में हम मांग कर रहे हैं कि किसानों के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए तथा गृह राज्य मंत्री को बर्खास्त किया जाए। इसी को लेकर हम लोग आज मुगलसराय में रेल रोको आंदोलन में शामिल होने वाले थे लेकिन पुलिस ने सुबह से ही नजरबंद कर रखा है।
बढ़ाई गई पीडीडीयू जंक्शन की सुरक्षा
जिले के पीडीडीयू जंक्शन सहित सभी प्रमुख स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जीआरपी और आरपी के साथ पुलिस को भी तैनात कर दिया गया है। पीडीडीयू जंक्शन पर जीआरपी और आरपीएफ की टीमें चक्रमण कर रही है। सर्कुलेटिंग एरिया से लेकर प्लेटफार्मों तक रेलवे सुरक्षा तंत्र पैनी नजर रखे हुए है।