
चंदौली। जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव की तैयारियों में लगे सपा नेताओं को इस बात का डर सता रहा है कि उनके खिलाफ सत्ता पक्ष को हथियार बनाया जा सकता है। आगामी तीन जुलाई को मतदान के दिन उनके सदस्यों को वोट देने से रोका भी जा सकता है। सपा के वरिष्ठ नेताओं ने बुधवार को मुगलसराय स्थित कार्यालय पर पत्रकार वार्ता के दौरान अपनी बात रखी। मीडिया के जरिए आह्वान किया कि मतदान के दिन अधिक से अधिक लोग मुख्यालय पहुंचे और सत्ता का दुरुपयोग होने की स्थिति में जमकर मुखालफत करें। आरोप लगाया कि पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कुछ सदस्यों को जबरन अपनी गाड़ी में बैठाने का प्रयास कर रहे हैं।
पूर्व सांसद रामकिशुन यादव ने कहा कि पूरे प्रदेश में सर्वाधिक सपा के जिला पंचायत सदस्य चुने गए। जनता की भावनाएं भी सपा की तरफ हैं। इससे भाजपा के लोग हताशा में आ गए। सत्ता और धनबल का दुरुपयोग कर किसी प्रकार जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज होना चाहते हैं। गोरखपुर सहित कई जिलों में सपा के उम्मीदवारों को पर्चा नहीं भरने दिया गया। चंदौली में सपा बहुत मजबूत हैं। यहां सपा के 15 सदस्य हैं और कई ऐसे साथी हैं जो सपा के साथ हैं। बगैर किसी प्रलोभन और दबाव के सपा के 15 साथी और अन्य निर्दल साथ दे रहे हैं। लेकिन इनपर दबाव बनाया जा रहा है। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ने कुछ साथियों को जबरन अपनी गाड़ी में बैठाने का प्रयास किया लेकिन उन्होंने इंकार कर दिया। सपा अपनी नीतियों पर अडिग रहते हुए चुनाव लड़ रही है। सना नेता मनोज काका और जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर ने कहा कि चार-पांच सदस्यों के दम पर भाजपा अपना अध्यक्ष बनाने का दावा कर रही है। जाहिर सी बात हैं कि यदि ऐसा होता है तो वह लोकतंत्र की लूट होगी। धनबल और बाहुबल का प्रयोग किया जा रहा है। सदस्यों को लालच दिया जा रहा है, जो सरासर गलत है। इस दौरान विधायक प्रभुनारायण यादव, पूर्व विधायक मनोज सिंह, जिला महासचिव नफीस अहमद आदि मौजूद रहे।