
चंदौली। मुगलसराय विधान सभा में खेला हो गया। सपा और सुभासपा गठबंधन के बावजूद सपा प्रत्याशी के खिलाफ ओमप्रकाश राजभर के नेतृत्व वाले सुभासपा उम्मीदवार ने ताल ठोंक दी है। उम्मीद की जा रही थी कि सोमवार को सुभासपा प्रत्याशी राजू प्रसाद प्रजापति नामांकन वापस ले लेंगे। लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हुआ। सुभासपा उम्मीदवार को चुनाव चिन्ह भी आवंटित कर दिया गया। इससे पार्टी में असहज स्थिति पैदा हो गई है। सपा जिलाध्यक्ष जहां चुप्पी साधे हुए हैं वहीं सुभासपा जिलाध्यक्ष का कहना है कि भले ही प्रत्याशी ने नाम वापस नहीं लिया है लेकिन वे सपा उम्मीदवार को अपना समर्थन देंगे। जबकि सुभासपा उम्मीदवार का कहना है कि पूरे दमखम से चुनाव लड़ेंगे।
मुगलसराय विधान सभा सीट से सपा ने युवा नेता चंद्रशेखर यादव को प्रत्याशी के तौर पर उतारा। नामांकन के आखिरी दिन टिकट घोषित किया गया। इस बीच सपा से गठबंधन वाली पार्टी सुभासपा से राजू प्रसाद प्रजापति ने भी नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। अटकलें लगाई जा रही थीं कि सुभासपा उम्मीदवार नामांकन वापस ले लेंगे। लेकिन सोमवार को नाम वापसी की तिथि समाप्त हो गई और राजू प्रसाद प्रजापति को चुनाव चिन्ह भी आवंटित कर दिया गया। इस तरह मुगलसराय विधान सभा में गठबंधन के फैसले से इतर सपा और सुभासपा प्रत्याशी आमने-सामने हैं। इससे दोनों ही दलों में असहज स्थिति पैदा हो गई है।
जानिए इस निर्णय पर क्यो बोले नेता
सपा जिलाध्यक्ष सत्यनारायण राजभर ने कहा कि मुझे इस बारे में कुछ नहीं पता। सुभासपा वाले ही बताएंगे। इस संबंध में उन्हीं से पूछिए। सुभासपा जिलाध्यक्ष बबलू राजभर का कहना है कि भले ही सुभासपा प्रत्याशी ने पर्चा वापस नहीं लिया है लेकिन वे सपा प्रत्याशी का समर्थन और प्रचार करेंगे। वहीं सुभासपा प्रत्याशी राजू प्रसाद प्रजापति का कहना है कि पूरे दमखम से चुनाव लड़ेंगे और अपने लिए वोट मांगेंगे।