
पूर्वांचल टाइम्स इम्पैक्ट
चंदौली। नगर पालिका परिषद पीडीडीयू नगर ने भू-माफियाओं के आगे घुटने टेक दिए तो क्या हुआ। जिलाधिकारी चंदौली संजीव कुमार सार्वजनिक तालाब पाटे जाने के मामले की जांच कराएंगे। पूर्वांचल टाइम्स में प्रकाशित खबर का संज्ञान लेते हुए डीएम ने यह निर्णय लिया। हालांकि भू-माफिया अभी भी बेफिक्री से अपना काम कर रहे हैं। विरोध के बाद अब पूरी रात तालाब में मिट्टी गिराई जा रही है। इसमें नगर पालिका के कुछ जिम्मेदारों और सत्ता पक्ष से जुड़े लोगों का नाम भी सामने आ रहा है।
योगी सरकार ने सरकारी जमीनों को भू माफियाओं से बचाने के लिए क्या कुछ नहीं किया। एंटी भू-माफिया टास्क फोर्स का गठन किया गया। एंटी भू-माफिया पोर्टल लांच किया गया। लेकिन सत्ता पक्ष के कुछ भ्रष्ट नेताओं और अधिकारियों के गठजोड़ ने शासन की मंशा पर पानी फेर दिया है। सबसे ज्वलंत उदाहरण नगर पालिका पीडीडीयू नगर में देखने को मिल रहा है। यहां का कमजोर प्रशासन भू माफियाओं के आगे नतमस्तक हो चुका है। सर्वोंच्च पद पर बैठे जनप्रतिनिधि वार्ड सदस्यों को खुश करने के आगे कुछ और सोच नहीं पा रहे। लिहाजा पालिका की कीमती जमीन दबंगों और भू-माफियाओं के कब्जे में जा रही है। इस वक्त भू माफियाओं की नजर महमूदपुर के तालाब पर गड़ी है। जिसे तेजी से पाटने में लगे हैं। पहले भी यह कोशिश कर चुके थे तब लोगों के भारी विरोध के बाद पुलिस ने काम रोकवा दिया था। लेकिन अब जबकि सत्तापक्ष के कुछ नेता इसमें शामिल हो गए तो पुलिस और पालिका दोनों मौन हो गए हैं। लेकिन पूर्वांचल टाइम्स में खबर चलने का इतना तो असर हुआ कि डीएम संजीव कुमार ने मामले का संज्ञान लिया है। डीएम ने बताया कि हालांकि इस संबंध में कोई शिकायती प्रार्थनापत्र तो नहीं आया है लेकिन मामले की जांच कराई जाएगी। वास्तविकता का पता लगाया जाएगा। यदि भूमि तालाब है तो उसे अतिक्रमणमुक्त कराया जाएगा। अब डीएम अपने वादे पर कितना अमल करते हैं यह देखने वाली बात होगी।