
चंदौली। वांछित व शातिर अपराधी विधानसभा चुनाव में खलल डाल सकते हैं। ऐसे में जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है। अपराधियों को चिह्नित कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। अपर जिलाधिकारी न्यायालय ने चार आरोपितों के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई की। उन्हें निर्धारित अवधि तक जिले से दूर रहने का आदेश दिया गया है। यदि इस दौरान जिले में दिखे तो गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेज दिया जाएगा।
एडीएम कोर्ट ने गुंडा नियंत्रण अधिनियम 1970 के तहत विचाराधीन अभियुक्त धरहरा गांव के अरविंद, उमेश, राकेश पांडेय व मोनू के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई की है। उन्हें तत्काल जिला छोड़कर जाने का आदेश दिया गया है। दरअसल, वांछित व उपद्रवी किस्म के लोग विधानसभा चुनाव में प्रशासन के लिए चुनौती बन सकते हैं। इनके चलते शांतिपूर्ण मतदान में बाधा आ सकती है। इसको लेकर प्रशासन ने कार्रवाई का दौर शुरू कर दिया है। जिले में अब तक दर्जनों अपराधियों के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई की जा चुकी है।
28 हजार पर सीआरपीसी की कार्रवाई, 14 हजार से अधिक पाबंद
जिला प्रशासन के साथ ही पुलिस भी अपने स्तर से कार्रवाई कर रही है। बर्नेबल बूथों पर नजर रखी जा रही। वहीं 28 हजार से अधिक लोगों के खिलाफ सीआरपीसी के तहत कार्रवाई हो चुकी है। वहीं 14,850 को पाबंद भी किया गया है। पुलिस अपने सूचना तंत्र के माध्यम से अवांछनीय तत्वों के बारे में पता लगा रही है। पिछले चुनावों में उपद्रव फैलाने वाले अथवा आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर कार्रवाई की जा रही है। इससे अपराधियों में खलबली मची है।