
चंदौली। कंपोजिट विद्यालय बियासड़ की शिक्षिका रीता पांडेय को राष्ट्रीय स्तर का टीचर्स आईकान अवार्ड दिया गया है। सरकारी शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए महत्वपूर्ण अभियान उद्घोष-शिक्षा का नया सबेरा के तहत 19 फरवरी को रुड़की, हरिद्वार में अयोजित “राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 विषयक नवाचार एवं सम्भावनाओं पर परिचर्चा में उन्हें यह सम्मान मिला। कार्यक्रम में 22 राज्यों के प्राथमिक से लेकर माध्यमिक तक के चुनिंदा शिक्षकों को सम्मानित किया गया। यह पुरस्कार ऐसे शिक्षकों को समर्पित है, जिन्होंने अपने बूते पर कार्यक्षेत्र में न सिर्फ उल्लेखनीय उपलब्धियां अर्जित की हैं, बल्कि विद्यालय, शिक्षार्थी एवं समुदाय में ख्याति अर्जित कर एक नए हस्ताक्षर के रूप में उभरे हैं। रीता पांडेय की इस उपलब्धि पर उन्हें क्षेत्रीय जनों व शिक्षकों ने बधाई दी।
रीता ने शैक्षिक गुणवत्ता में उल्लेखनीय सुधार के साथ ही स्वयं के आर्थिक सहयोग से विद्यालय में संसाधनों के विकास, गतिविधियों एवं इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार लाया। उन्होंने नवाचारी शिक्षक पुरस्कार के साथ ही जिले के उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में जिलाधिकारी से सम्मानित होने के साथ ही राज्य स्तर पर पाठयोजना, आई सी टी जैसे महत्वपूर्ण पुरस्कारों को कई बार जीत चुकी हैं। राज्य स्तर के मास्टर ट्रेनर की भूमिका निभाने के साथ ही विभिन्न खेलकूद, योगा, स्काउट गाइड एवं सांस्कृतिक गतिविधियों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। शिक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका के साथ ही खुद को समाज सेवा के क्षेत्र में समर्पित किया है नौगढ़ के वनवासी समुदाय से उनका विशेष लगाव है और जो भी बन पड़े करने की कोशिश करती हैं। वे समाजसेवी से ज्यादा समाजसुधारक के रूप में कार्य करना चाहती हैं और इसके लिए लोगों खासकर बच्चों में व्यावहारिक एवं नैतिक परिष्करण के साथ ही उनको भावनात्मक रूप उद्देलित कर सामजिकता के विकास के लिए हिंदी एवं अंग्रेजी में कविताएं एवं लेख लिखती रहती हैं। इनकी रचनाएं विभिन्न समाचार पत्रों, पत्रिकाओं में प्रकाशित होने के साथ ही आई एस बी एन की किताब में प्रकाशित हो चुकी हैं। उनका सपना है कि चकिया हर तरह से विकसित होकर राज्य स्तर पर अपनी पहचान बनाए और इस क्षेत्र में कोई गरीब भूखमरी या इलाज के अभाव न मरने पाए। बधाई देने वालों में ममता मिश्रा, ममता पाण्डेय, विवेकानंद त्रिपाठी, अनुपमा सिंह, अनुराधा, निर्मल कुमार, अतुल उपाध्याय, अजय कुमार भारती, विनय कुमार त्रिपाठी, महिपाल यादव, सुनील कुशवाहा, हिमांशु तिवारी, हरिशंकर मिश्रा, सुनीता तिवारी, महिपाल यादव सहित विभिन्न शिक्षक संघठनों एवं सामाजिक संगठनों के साथ ही गणमान्य नागरिक, अधिकारी शामिल रहे।