
चंदौली। चंदौली जिले के सकलडीहा कस्बा निवासी अनिल राजभर योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं। सुभासपा के ओमप्रकाश राजभर के बीजेपी से अलग होने के बाद अनिल राजभर का कद बढ़ाया गया। इन्हें सीएम कार्यालय में जनता की फरियाद सुनते और पत्रक लेते देखा जाता है। लेकिन मंत्री जी के गृह नगर सकलडीहा की मुख्य सड़क महीनों से खस्ताहाल है इस बारे में सोचने की मंत्री जी को फुरसत ही नहीं है। रविवार को हल्की बरसात हुई और सड़क घुटने पर पानी में डूब गई। व्यापारी परेशान और राहगीर भी लेकिन नियति को कोसने के अलावा किसी के पास कोई चारा भी नहीं है। जिले के सांसद भी केंद्र में कैबिनेट मंत्री हैं। बावजूद हजारों की जनसंख्या को प्रभावित करने वाली इस समया का समाधान नहीं होना जनप्रतिनिधियों की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगा रहा है। यहां के सपा विधायक से किसी तरह की उम्मीद करना भी बेमानी ही है। जबकि बीजेपी के नाम पर राजनीति करने वाले स्थानीय नेता भी मौन साधे पड़े हैं।
यूं तो कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर वाराणसी जनपद से विधायक हैं लेकिन मंत्री हैं तो गृह नगर के लोगों में उम्मीद जगना लाजिमी है। हालांकि अब तक वे जनता की उम्मदों पर खरे नहीं उतर सके हैं। सकलडीहा बाजार की मुख्य सड़क की बात करें तो इन दिनों इसकी गिनती जिले की सबसे खराब सड़कों में हो रही है। महीनों से यह सड़क दुर्दशाग्रस्त है।आए दिन लोग इसपर गिरकर चोटिल होते रहते हैं। बरसात हुई तो इस मार्ग पर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। लेकिन इस समस्या के समाधान की दिशा में कोई पहल नहीं की जा रही। सत्ता पक्ष के नाम पर राजनीति चमकाने वाले भी इस समस्या से कन्नी काटते नजर आते हैं। क्षेत्रीय विधायक का काम अधिकारियों को पत्रक देने तक सिमट कर रह गया है। अब देखना यह है कि इस ज्वलंत समस्या का समाधान कब तक होता है।