
चंदौली। बलुआ थाना क्षेत्र के बछौली गांव में बगैर प्रशासनिक अनुमति के बंजर जमीन पर आंबेडकर की मूर्ति स्थापित कर दी गई। कुछ ग्रामीणों ने इसकी शिकायत की तो सोमवार को कई थानों की फोर्स के साथ एसडीएम और सीओ प्रतिमा को हटवाने पहुंच गए। इसपर ग्रामीणों ने विरोध शुरू कर दिया। प्रशासन ने जेसीबी मंगवाई तो ग्रामीण महिलाएं मूर्ति को घेरकर खड़ी हो गईं। भारी विरोध को देखते हुए बलुआ इंस्पेक्टर ने मूर्ति को ढंकवा दिया और प्रशासनिक अमला वापस लौट गया।
आरोप है कि बछौली गांव में प्रधानपति और उनके समर्थकों ने बगैर अनुमति बंजर जमीन पर एक जनवरी को आंबेडकर की मूर्ति स्थापित कर दी । बलुआ पुलिस को सूचना होने पर एसडीएम को सूचित किया। सोमवार को बछौली गांव में एसडीएम प्रदीप कुमार ,क्षेत्राधिकारी भवनेश चिकारा ,बलुआ इंस्पेक्टर सूर्य प्रताप सिंह,धानापुर इंस्पेक्टर अशोक मिश्रा पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंच गए। फोर्स के पहुंचते ही ग्रामीण विरोध करने लगे। अधिकारियों और बलुआ इंस्पेक्टर ने समझाने का यथा संभव प्रयास किया लेकिन ग्रामीण नहीं माने। एसडीएम के निर्देश पर तत्काल फोर्स द्वारा मूर्ति हटाने के लिए जेसीबी मंगवाई गई। जैसे ही मशीन आई महिलाएं मूर्ति को घेरकर खड़ी हो गईं। बलुआ इंस्पेक्टर सूर्य प्रताप सिंह ने बताया कि मामला राजस्व विभाग का है उनके द्वारा तहरीर दिए जाने पर मुकदमा पंजीकृत किया जाएगा। उपजिलाधिकारी प्रदीप कुमार का कहना है कि शांति व्यवस्था को देखते हुए मूर्ति को ढंकवा दिया गया है। बाद में परिस्थिति को देखते हुए कार्यवाही की जाएगी।