
चंदौली। पंचायत आरक्षण ने राजनीति के कई समीकरण बदल दिए हैं। चंदौली में जिला पंचायत अध्यक्ष की सीट पिछड़ा होने के बाद खबर आ रही है कि निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष सरिता सिंह सदस्य पद का चुनाव नहीं लड़ेंगी। इस बात की पुष्टि खुद उनके पति और पूर्व अध्यक्ष छत्रबली सिंह ने की है। हालांकि धनबली छत्रबली सिंह खुद शहाबगंज ब्लाक के सेक्टर नंबर एक से ताल ठोंकने की तैयारी में हैं।
पंचायत आरक्षण की सूची जारी होने के बाद राजनीति के सूरमा चुनावी मैदान में उतर चुके हैं। हालांकि आरक्षण ने धुरंधरों के बने बनाए खेल पर पानी फेर दिया है। मन मुताबिक आरक्षण नहीं आने से कई दिग्गजों ने रणनीति बदल दी है। पिछले चुनाव में बसपा छोड़कर सपा में आए छत्रबली सिंह ने सपा के दिग्गज नेताओं को पछाड़कर न सिर्फ अध्यक्ष पद का टिकट लिया बल्कि अपनी पत्नी सरिता सिंह को लाल बत्ती भी दिला दी। कुछ ऐसे ही मंसूबों के साथ भाजपा में आए दंपती की दाल गलती या नहीं यह तो भविष्य के गर्त में छिपा था। लेकिन अध्यक्ष पद पिछड़ा होने से सारे कयास धरे के धरे रह गए। अब खबर आ रही है कि निवर्तमान अध्यक्ष सरिता सिंह चुनाव नहीं लड़ेंगी। जबकि छत्रबली सिंह शहाबगंज सेक्टर एक से चुनाव लड़ेंगे। छत्रबली सिंह ने पूर्वांचल टाइम्स को बताया कि सरिता सिंह इस बार चुनाव नहीं लड़ने वाली हैं। खुद के बारे में कहा कि वे शहाबगंज सेक्टर एक से चुनाव लड़ने जा रहे हैं। छत्रबली सिंह विकास के मुछ्दे पर चुनाव लड़ेंगे। क्षेत्र में उनकी लोकप्रियता बरकरार है।