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चंदौलीराज्य/जिलाविधान सभा चुनाव

सूर्यमुनी तिवारी को पांच साल की तपस्या का मिला ईनाम, अबकी पूरा कर पाएंगे अधूरा काम ?

चंदौली। सकलडीहा विधान सभा क्षेत्र में बीजेपी से टिकट मांगने वालों की लिस्ट काफी लंबी थी। लेकिन पार्टी ने एक बार फिर सूर्यमुनी तिवारी पर भरोसा जताया। भरोसे की बड़ी वजह यह रही कि सूर्यमुनी तिवारी 2017 विधान सभा चुनाव हारने के बाद भी क्षेत्र से जुड़े रहे। पंचायत चुनाव में भी आगे बढ़कर नेतृत्व किया और बीजेपी उम्मीदवार तीन सीटें जीतने में सफल रहे। विधान सभा क्षेत्र के चहनियां सेक्टर नंबर चार में सपा विधायक के भतीजे की हार और बीजेपी उम्मीदवार की जीत चुनाव की महत्वपूर्ण कड़ी रही।

सूर्यमुनी तिवारी एक नजर में
भाजपा के सकलडीहा उम्मीदवार सूर्यमुनी तिवारी वर्ष 2009 में बीजेपी से जुड़े। 2015 में चकिया क्षेत्र से जिला पंचाय सदस्य का चुनाव लड़े और जीत दर्ज की। इसके बाद भाजपा ने 2017 विधान सभा चुनाव में सकलडीहा से प्रत्याशी बनाया। लेकिन सपा के प्रभुनारायण यादव से चुनाव हार गए। हालांकि चुनाव में तकरीबन 67 हजार वोट मिले थे। चुनाव में हार जरूर मिली लेकिन सूर्यमुनी तिवारी का हौसला नहीं डिगा। बबुरी निवासी सूर्यमुनी तिवारी सकलडीहा को कार्यक्षेत्र मानकर लगातार गतिशील रहे। पार्टी ने इनके समर्पण को सम्मान देते हुए एक बार फिर से सकलडीहा विधान सभा का टिकट पकड़ा दिया है। हालांकि इस बार भी चुनौती काफी तगड़ी है। एक बार फिर सामने छठवीं दफा विधायकी का चुनाव लड़ रहे सपा प्रत्याशी प्रभुनाराण यादव है तो बसपा से ब्राह्मण उम्मीदवार जय श्याम त्रिपाठी भी ताल ठोक रहे हैं।

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