चंदौली। बिजली विभाग के मुख्य अभियंता वितरण जोन-द्वितीय इंजीनियर मुकेश गर्ग, अधिक्षण अभियंता संदीप कुशवाह, अधिशासी अभियंता प्रथम विनोद चौधरी के नेतृत्व में गुरुवार को 40 विभागीय टीमों ने चकिया मार्केट के सभी उपभोक्ताओं की सुपरवाइज्ड बिलिंग सर्वे किया। इस दौरान उपभोक्ताओं की सभी समस्याएं, KYC के लिए उनके मोबाइल नंबर, सही बिलिंग के लिए उनके संयोजन का भार एवं विधा नोट किया। उपभोक्ताओं को उनके संयोजन के विषय में एवं उससे जुड़ी कमियों के विषय में एवं बकाए के विषय में अवगत कराया गया।
उपभोक्ताओं को अवगत कराया कि घरेलू उपयोग हेतु LMV-I , वाणिज्यिक दुकान के मद में विद्युत उपभोग हेतु LMV-2 , आटा-चक्की/इंडस्ट्रियल कार्य हेतु LMV-6 एवं परिसर-निर्माण हेतु LMV-9 विधा में विद्युत संयोजन विभागीय नियमानुसार दिए जाते हैं। गलत विधा में उपयोग पाए जाने पर धारा-126 के अंतर्गत राजस्व-निर्धारण का प्रावधान है। आईडीएफ मीटरों को बदलने के पूर्व उपभोक्ताओं को उनके संयोजनों हेतु आवश्यक दूरी की आर्मर्ड केबल अपने स्तर से उपलब्ध कराने हेतु आग्रह किया गया। अन्यथा की स्थिति में विभाग की ओर से केबल लगाए जाने पर उसका मूल्य उनके बिलों में समायोजित करने का प्रावधान है। इंडस्ट्रियल/अटा चक्की के उपभोक्ताओं को पावर फैक्टर सही कराने के लिए आग्रह किया गया। पावर फैक्टर खराब होने की स्थिति में पावर फैक्टर चार्ज उनके बिलों में जोड़े जाने का प्रावधान है। मुहिम के दौरान लगभग 1700 संयोंजनों का सर्वे किया गया। जांच के दौरान 78 उपभोक्ताओं के संयोजनों को LMV-I (घरेलू) से LMV-2 (वाणिज्यिक) में विधा-परिवर्तन के लिए 24 संयोजनों में स्टोर्ड-रीडिंग, सर्विस केबल में मीटर के पहले कट एवं मीटर तक स्पष्ट केबल दिखती नहीं पाई गई। इस संदर्भ में उक्त कमियों आगामी तीन दिवसों में सही कराने के लिए आग्रह किया गया। इस दौरान चंदौली प्रथम उपखंड अधिकारी विवेक मोहन, सैयदराजा उपखण्ड अधिकारी मिथलेश बिंद, चकिया उपखंड अधिकारी अमित त्रिपाठी, जेई चकिया मनोज विश्वकर्मा, नौगढ़ जेई रविशंकर सहित मीटर विभाग के अधिकारी सहित तमाम अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।