लखनऊ। कोरोना के दूसरे स्ट्रेन की भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि तमाम सावधानियां बरतने के बाद भी सीएम योगी आदित्यनाथ संक्रमण से खुद को नहीं बचा सके। यूपी में कोरोना तकरीबन बेकाबू हो चला है। अस्पतालों में जगह कम पड़ जा रही है। अपदा की इस बेहद नाजुक घड़ी में सीएम ने कुछ सख्त कदम उठाए हैं। कोविड संक्रमण को लेकर की गई वर्चुअल मीटिंग में सीएम ने नए आदेश जारी किए। सीएम ने पूरे राज्य में 15 मई तक स्कूलों को बंद रखने के आदेश दिए हैं। 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं। 15 मई के बाद कोरोना की स्थिति का जायजा लेने के बाद ही परीक्षा को लेकर कोई फैसला लिया जाएगा।
10 शहरों में सख्त नाइट कर्फ्यू
वाराणसी, लखनऊ, प्रयागराज, कानपुर नगर, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, मेरठ, गोरखपुर सहित 2000 से अधिक एक्टिव केस वाले सभी 10 जनपदों में रात्रि 08 बजे से प्रातः 07 बजे तक कोरोना कर्फ्यू प्रभावी करने के आदेश दिए हैं। उन्होंने निर्देशित किया कि इस आदेश को तत्काल प्रभाव से लागू करें। लोगों को मास्क और सैनिटाइजेशन के महत्व को समझाएं। आवश्यकतानुसार प्रवर्तन की कार्रवाई भी की जाए। उन्होंने कहा कि राजधानी लखनऊ में अन्य जनपदों के मरीजों का आगमन स्वभाविक है। अतः यहां अतिरिक्त व्यवस्था करने की आवश्यकता है। केजीएमयू और बलरामपुर हॉस्पिटल को पूर्णतः डेडिकेटेड हॉस्पिटल के रूप में तैयार किया जाए। यह कार्य चरणबद्ध ढंग से हो। नॉन कोविड मरीजों की सुविधा का पूरा ध्यान रखा जाए। लखनऊ में टीएस मिश्र हॉस्पिटल, इंटीग्रल और हिन्द मेडिकल कॉलेजों को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में क्षमता विस्तार किए जाने की आवश्यकता है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए हैं कि कोविड संक्रमण से बचाव के लिए कक्षा एक से 12वीं तक के विद्यालयों में 15 मई तक पठन-पाठन स्थगित रखा जाए। इस अवधि में कोई परीक्षा भी न आयोजित हो। माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 20 मई के बाद आयोजित की जाएं। नई समय-सारिणी के लिए मई के पहले सप्ताह में विचार हो। प्रदेश में हो रहे पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए उन्होंने कहा कि पंचायत चुनावों में संलग्न कार्मिकों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए जाएं। कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन हो।