वाराणसी। यूपी विधानसभा चुनाव के लिए सभी राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। पूर्वांचल की सियासत का केंद्र भारतीय जनता पार्टी का गढ़ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर प्रदेश व केंद्र सरकार के मंत्रियों की आवाजाही और प्रियंका गांधी वाड्रा की संभावित रैली के बीच इन दिनों वाराणसी में समाजवादी पार्टी की स्पेशल-22 टीम चर्चा का विषय बनी हुई है। स्पेशल-22 युवाओं की टीम है जो वाराणसी की आठों विधानसभा में अपने दम पर अपनी पार्टी के पक्ष में माहौल तैयार करने में जुटी है।
समाजवादी पार्टी की स्पेशल-22 की टीम रोजाना जिले के अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों का रुख करती है। टीम में शामिल युवा घर-घर जाकर उन युवाओं के बारे में पता लगाते हैं। जो 2021 में 18 वर्ष की आयु पूरी किए हैं। इसके बाद उन युवाओं का वोटर आईडी कार्ड बनवाने के साथ ही समाजवादी पार्टी की विचारधारा और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार में हुए विकास कार्यों को उनके समक्ष रखते हैं। स्पेशल-22 की टीम यह भी समझाती है कि 2022 में बाइसिकल यानी साइकिल की सरकार क्यों जरूरी है। इस स्पेशल-22 टीम के लिए एक वार रूम भी बनाया गया है। जहां से इन्हें रोजाना निर्देश भी दिया जाता है। समाजवादी युवजन सभा के महानगर अध्यक्ष सत्य प्रकाश सोनकर ने बताया कि हमारी स्पेशल-22 टीम अलग-अलग विधानसभा क्षेत्र में अपना कैंप लगाती है और घर-घर जाकर भी संपर्क करती है। हम युवाओं से उनकी समस्याओं के बारे में पूछ कर उन्हें लिखते हैं। युवाओं की समस्याओं को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के पास भेज कर उसे अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल कराएंगे। हमारा फोकस 18 से 21 साल के युवाओं पर है। अब तक हमने जितने भी युवाओं से संपर्क किया है। वह महंगी शिक्षा, महंगाई और बेरोजगारी को एक बड़ा मुद्दा बता रहे हैं। समाजवादी पार्टी की यह स्पेशल-22 टीम युवाओं को अपने साथ कितना जोड़ पाएगी यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा। लेकिन यह जरूर है कि स्पेशल-22 टीम जिले में चर्चा का केंद्र है।
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