चंदौली। जिले में कोरोना से होने वाली मौतों का सिलसिला नहीं रुक रहा। एक सप्ताह में कोरोना संक्रमण के चलते 63 लोगों की मौत हो चुकी है। यह आंकड़ा वाराणसी जिले में कोरोना से होने वाली मौतों से कहीं अधिक है। अस्पतालों में सुविधाओं और संसाधनों का अभाव है। तो कह सकते हैं कि जिला प्रशासन संक्रमण की रोकथाम के माकूल इंतजाम करने में पूरी तरह विफल साबित हुआ है। जिला प्रशासन और शासन पर ऐसे ही गंभीर आरोप लगा रहे हैं सकलडीहा के सपा विधायक प्रभुनारायण यादव।
सपा विधायक का कहना है कि जनता त्रस्त है और अधिकारी मस्त हैं। पूर्वांचल टाइम्स से बातचीत में विधायक ने कहा कि सरकार के चहेते अधिकारी जिलों में डीएम और एसपी हैं। इनका जनता की तकलीफ के कोई लेना-देना नहीं है। इनती बड़ी महामारी में जब गंगा नहीं में शव बहा दिए जा रहे। उन्हें जलाने तक का कोई इंतजाम नहीं है। जिले के अस्पतालों में कोई व्यवस्था नहीं। आक्सीजन और बेड के अभाव में लोग दम तोड़ दे रहे हैं। सरकार को अपने अधिकारियों पर भरोसा है और अधिकारियों का कारनामा जनता के सामने है। हां अधिकारी एक काम बड़ी तेजी से कर रहे हैं वह है आंकड़ा छिपाने का काम।
मीडियाकर्मियों का नहीं भाजपा नेताओं का फोन उठाएंगे अधिकारी
सपा विधायक ने कहा कि कई लोग यह शिकायत कर चुके हैं कि डीएम और एसपी फोन नहीं उठाते। अब तो यह भी पता चल रहा है कि वे मीडियाकर्मियों का फोन नहीं उठा रहे। तंज कसते हुए कहा कि भाई अधिकारी हैं उनका मन करेगा तो फोन उठाएंगे, नहीं करेगा तो नहीं उठाएंगे। हां कोई भाजपा नेता फोन करेगा जो जरूर उठाएंगे।