
चंदौली। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के प्रांतीय नेतृत्व के आह्वान पर गुरुवार को जिलाध्यक्ष इन्द्रजीत यादव के नेतृत्व में शिक्षामित्रों के स्थायीकरण की मांग को लेकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर की भाजपा विधायक साधना सिंह को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया। विधायक ने पत्रक को सीएम तक पहुंचाने का भरोसा दिलाया।
प्रांतीय उप संयुक्त मंत्री हेमन्त मौर्य ने कहा कि भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव के दौरान अपने लोक कल्याण संकल्प पत्र में प्रदेश के शिक्षामित्रों की समस्या का सरकार बनने के तीन माह के भीतर न्यायोचित समाधान का वादा किया था। सरकार का कार्यकाल आखिरी दौर में चल रहा है, परन्तु आज तक स्थायी समाधान नहीं किया जा सका है। जिलाध्यक्ष इन्द्रजीत यादव ने कहा कि अपने भविष्य की चिंता को लेकर मानसिक अवसाद तथा आर्थिक तंगी के कारण पिछले चार सालों में प्रदेश के चार हजार से अधिक शिक्षामित्र असामयिक काल के गाल में समा चुके है। विगत 21 वर्षों से प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में नौनिहालों को शिक्षा देने का काम कर रहे हैं, लेकिन सरकार की उदासीनता के कारण आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। जब प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो उसके कुछ दिनों बाद उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा जी द्वारा 2 अगस्त 2018 को शिक्षामित्रों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए हाई पावर कमेटी का गठन किया था, लेकिन आज तक उस कमेटी में क्या निर्णय लिया गया अभी तक सार्वजनिक नही हो सका है। इससे शिक्षामित्रों में मायूसी है। कहाकि शिक्षक नियमावली में संशोधन कर शिक्षामित्रों को स्थायी किया जाए। इस दौरान अजीत तिवारी, जेपी सिंह, जयप्रकाश पांडेय, पारस पाल, संजय मौर्य आदि शिक्षामित्र उपस्थित रहे।