चंदौली। इसे बिजली विभाग का कारनामा नहीं तो और क्या कहेंगे। शादियों में बैंड बजाकर गुजर बसर करने वाले गरीब को चार दिन पहले एक लाख 40 हजार का भारी भरकम बिल पकड़ा दिया। घर की बिजली काट दी। ऐसा सदमा लगा कि शुक्रवार को हार्ट अटैक आ गया। परिजन धानापुर सरकारी अस्पताल पहुंचे जहां गरीब इसरार हाशमी की मौत हो गई। परिजनों ने मौत के पीछे बिजली विभाग के अधिकारियों को दोषी ठहराया है जबकि ग्राम प्रधान ने जांच कर गरीब को न्याय दिलाने की मांग की है।
धानापुर निवासी 50 वर्षीय इसरार हाशमी शादियों में बैंड बाजा बजाने का काम करते थे। पुत्र अकबर हाशमी का आरोप है कि चार दिन पहले बिजली विभाग के कर्मचारी आए और एक लाख 40 हजार का बिल देते हुए तत्काल बकाया जमा करने को कहा। इसरार ने असमर्थता जताई तो घर की बिजली काट कर चले गए। अगले दिन इसरार की पत्नी तीन हजार रुपये लेकर पावर हाउस पर पहुंची और लाइट जोड़ने की बात कही कहा कि लगन शुरू होगा तो बाकी का बकाया देने का प्रयास किया जाएगा। कर्मचारी ने कहा कि 35 हजार बकाया जमा करने पर ही लाइट जोड़ी जाएगी। अकबर ने बताया कि बिजली बिल आने के बाद से पिता परेशान रहने लगे। उन्हें इस बात की चिंता सता रही थी कि इतना भारी भरकम बिल कैसे जमा होगा। इसी सदमे से शुक्रवार को उनकी हालत बिगड़ गई। हार्ट अटैक आने के बाद परिजन धानापुर सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे जहां उनकी मौत हो गई। ग्राम प्रधान रामजी कुशवाहा ने कहा कि यह पूरी तरह से बिजली विभाग की लापरवाही है। बिल की जांच होनी चाहिए ताकि गरीब को न्याय मिल सके।