चंदौली। सीएम की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों से उलझने के बाद से सकलडीहा विधायक प्रभुनारायण यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं। मुकदमा दर्ज होने के बाद से ही विधायक फरार हैं। चंदौली पुलिस उनकी तलाश में लगातार जगह-जगह दबिश दे रही है। एसपी अंकुर अग्रवाल का कहना है कि विधायक की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। उनको पकड़ने के लिए पुलिस टीमों को लगा दिया गया है। हर हाल में गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाएगी।
बीते पांच दिसंबर को रामगढ़ स्थित बाबा कीनाराम मठ आए सीएम योगी आदित्यनाथ से मिलने जा रहे सपाई रोके जाने पर सुरक्षा व्यवस्था में लगे पुलिसकर्मियों से उलझ गए। हाथापाई और गाली गचौल भी की। क्षेत्रीय सपा विधायक प्रभुनारायण यादव कुछ अधिक ही तेवर में दिखे। सीओ सकलडीहा के साथ न सिर्फ धक्कामुक्की की बल्कि अपने सिर से सीओ के सिर पर प्रहार भी किया। इस मामले को शासन ने गंभीरता से लिया। खुद सीएम, डिप्टी सीएम और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। पुलिस को सख्त कार्रवाई के निर्देश मिले। जिसके बाद बलुआ थाने में विधायक सहित 152 सपाइयों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया। गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए गए। मुकदमा दर्ज होते ही विधायक भूमिगत हो गए। तब से लेकर अब तक उनका कहीं पता नहीं चल रहा। पुलिस शिद्दत से उनकी तलाश कर रही है। एसपी अंकुर अग्रवाल ने पूर्वांचल टाइम्स को बताया कि विधायक की गिरफ्तारी को पुलिस लगातार दबिश दे रही है। विधायक फरार हैं। उन्हें हर हाल में पकड़ा जाएगा।
सपा ने भी जांच को गठित की कमेटी
पुलिस के साथ झड़प मामले की जांच को राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव केे निर्देश पर छह सदस्यीय कमेटी गठित कर दी गई है। जांच टीम 12 दिसंबर को जिले में आएगी। सपा नेताओं और स्थानीय लोगों से बात कर रिपोर्ट पूर्व सीएम को प्रेषित करेगी। कमेटी में महासचिव राजनारायण बिंद, पूर्व मंत्री ओमप्रकाश सिंह, पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटेल, एमएलसी आशुतोष सिन्हा और जिलाध्यक्ष सत्यनारायन राजभर शामिल हैं।