
चंदौली। भाजपा विधायक शारदा प्रसाद के खिलाफ जारी आंदोलन की आंच और धधकती जा रही है। पद के प्रभाव का बेजा इस्तेमाल कर दो पत्रकारों के खिलाफ चकिया में एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराने वाले विधायक न सिर्फ खुद की बल्कि सत्ताधारी पार्टी बीजेपी की भी किरकिरी करा रहे हैं। शनिवार को चकिया से लेकर जिला मुख्यालय पर पत्रकार आंदोलन का शोर सुनाई पड़ा। दोनों स्थानों पर जोरदार प्रदर्शन हुआ। वहीं चकिया में ब्राह्मण समाज सहित अन्य संगठनों ने भी आंदोलन को अपना समर्थन दिया। चकिया कस्बा में भाजपा विधायक का पुतला नगर में घुमाया गया। पुतला फूंकने का भी प्रयास किया गया। लेकिन काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने पुतला छीन लिया। इस दौरान विधायक मुर्दाबाद के नारे लगे। विभिन्न संगठनों ने भाजपा विधायक की निंदा की और पत्रकारों के आंदोलन को समर्थन देने की बात कही। जबकि पत्रकारों ने इन आंदोलन को अनवरत जारी रखने का एलान किया। जिला मुख्यालय पर धरना स्थल पर जुटे पत्रकारों ने कुछ देर धरना देने के बाद बीजेपी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। सुरक्षा के मद्देनजर कार्यालय के बाहर पुलिस तैनात रही।