चंदौली। कोरोना काल में अपनों को खोकर अनाथ हुए बच्चों की सरकार मदद कर रही है। हर माह ऐसे बच्चों को चार हजार रुपये की सहायता राशि दी जा रही है। इसको लेकर जिला टास्क फोर्स की बैठक बुधवार को जिला पंचायत अध्यक्ष दीनानाथ शर्मा की अध्यक्षता में हुई। इस दौरान योजनाओं को लेकर चर्चा हुई। साथ ही जिले में चिह्नित किए गए शत-प्रतिशत अनाथ बच्चों को योजना का लाभ दिलाने की रणनीति बनी।
जिले में कोरोना के चलते अभिभावकों को खोने वाले १५६ बच्चे चिह्नित किए गए हैं। इसके सापेक्ष १०२ बच्चों को अभी तक प्रति माह चार हजार रुपये मिल रहे हैं। वहीं महामारी से इतर भिन्न कारणों से माता-पिता दोनों को खोने वाले बच्चों की संख्या ५९ है। उन्हें मुख्यमंत्री बाल सेवा सहायता योजना से जोड़ा गया है। शासन-प्रशासन की मंशा है कि बेसहारा बच्चों को सरकारी योजनाओं से जोड़कर उन्हें किसी न किसी रूप में लाभ पहुंचाया जा सके। जिला पंचायत अध्यक्ष ने अधिकारियों को पूरी ईमानदारी के साथ दायित्व निभाने के निर्देश दिए। बोले, शत-प्रतिशत बच्चों को योजनाओं का लाभ दिलाया जाए। योजना के क्रियान्वयन की समय-समय पर समीक्षा की जाए। जहां कमी मिले, उसे तत्काल दूर करें। पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष छत्रबली सिंह के साथ ही विभागीय अधिकारी व कर्मी उपस्थित रहे।