वाराणसी। राजातालाब थाना क्षेत्र के मिल्कीपुर गांव में गुरुवार की सुबह एक ही परिवार के तीन लोगों की हत्या की खबर पूरे शहर में आग की तरह फैली। और मामले में सबसे बड़ा ट्विस्ट तब आया, जब पुलिस और मृत लोगों के परिवार ने ही एक शव की गलत शिनाख्त कर दी। मृत महिला के पति और बड़े बेटे ने छोटे बेटे के शव को दामाद का बता दिया, और पुलिस छोटे बेटे को आरोपी मान बैठी। बाद में फॉरेन्सिक टीम ने जब चेहरे से खून साफ किया तो पता चला कि जिसपर शक था ये उसी की बॉडी है। यानी छोटा बेटा मर चुका था और दामाद फरार है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल राजातालाब के मिल्कीपुर में भोला गुप्ता की पत्नी, बेटी और छोटे बेटे का शव कमेर में ही मिला। स्थानीय लोगों को दो-तीन दिन से परिवार को लोग दिख नहीं रहे थे तो घर जाकर देखा। तब हत्या का पता चला। सूचना पर पुलिस भी पहुंची। फॉरेन्सिक टीम भी आई। मृतिका के पति और बड़े बेटे से शवों का शिनाख्त करवाया गया। पूरे शहर में मां-बेटी और दामाद की हत्या की खबर फैल गई। फिर पता चला कि दामाद नहीं छोटे बेटे की हत्या हुई है। चेहरे पर इतना खून था कि शव को पहचानने में गलती हो गई। फिर एसीपी रोहनिया संतोष सिंह ने क्लीयर किया और बताया कि शव दामाद का नहीं था। दामाद ही मेन संदिग्ध है और फरार है।
दामाद ने एक दिन पहले मोबाइल कर दिया ऑफ
एसीपी संतोष सिंह ने बतााया कि दामाद अरविंद अपनी पत्नी और बच्चों के साथ यहां आया था। सोमवार की शाम दामाद ने अपने दोनों बच्चों को अपने घर ले जाकर छोड़ दिया, और तीनों (मां-बेटी और छोटा बेटा) की हत्या कर के फरार हो गया। सर्विलांस के जरिये पता चला है कि बीती रात राजातालाब क्षेत्र से 7-8 किलोमीटर दूर दामाद ने अपना मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया।
मृतिका का पति और बड़ा बेटा 6 साल से रह रहे अलग
एसीपी ने बताया कि मृतिका के पति और बड़े बेटे का कहना है कि मृतिका (भोला गुप्ता की पत्नी) का आचरण ठीक नहीं था, इस कारण घर में झगड़े होते रहते थे। इसलिए पति और बड़े बेटे ने 6 साल पहले ही घर छोड़ दिया था। दामाद और बेटी का घर आना जना लगा रहता था। मृतिका की बेटी की भी उसके ससुराल में सास-ससुर से बनती नहीं थी। प्रथम दृष्टिया देखने में यही लग रहा कि दामाद ने प्लानिंग के साथ बच्चों को घर छोड़ने के बाद हत्या की और फरार हो गया। पुलिस दामाद की तलाश कर रही, जल्द हत्या की वजह का खुलासा होगा।