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राजनीतिराज्य/जिलावाराणसी

प्रधानमंत्री ने दी दो हजार करोड़ लागत की 30 परियोजनाओं की सौगात, चंदौली को भी मिलेगा लाभ

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को वाराणसी में लगभग दो हजार करोड़ लागत की 30 परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास कर जनता को सौगात दी। करखियाव में 475 करोड़ लागत से बनने वाले डेयरी संकुल की आधारशिला भी रखी। इस अवसर पर विशाल जनसैलाब को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज का दिन इतिहास में विशेष है क्योंकि आज देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती है। उनकी याद में देश किसान दिवस मना रहा है।

किसानों और पशुपालकों का साथ दे रही डबल इंजन की सरकार

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हमारे यहां गाय की बात करना, गोधन की बात करना कुछ लोगों ने ऐसे हालात पैदा कर दिए हैं। जैसे कोई गुनाह कर दिया है। गाय कुछ लोगों के लिए गुनाह हो सकती है। हमारे लिए गाय माता है। पूज्यनीय है। गाय-भैंस का मजाक उड़ाने वाले लोग ये भूल जाते हैं कि देश के आठ करोड़ परिवारों की आजीविका ऐसे ही पशुधन से चलती है। इन्हीं परिवारों की मेहनत से आज भारत हर साल लगभग साढ़े आठ लाख करोड़ रुपये का दूध उत्पादन करता है। ये राशि जितना भारत में गेहूं और चावल का उत्पादन होता है उसकी कीमत से भी कहीं ज्यादा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की हमारी सरकार पूरी ईमानदारी और शक्ति से किसानों और पशुपालकों का साथ दे रही है। आज यहां जो बनास काशी संकुल का शिलान्यास किया गया है। वो भी इसी भागीदारी का प्रमाण है। आधुनिक डेयरी प्लांट तैयार होने के बाद कई जिलों के हजारों-लाखों किसानों को इससे लाभ होगा। आसपास के गांवों में दूध समितियां बनेंगी। दूध के खराब होने की चिंता से मुक्ति मिलेगी। यहां अच्छी नस्ल के पशुओं के लिए किसानों को मदद भी मिलेगी। किसानों को बढ़िया क्वालिटी का आहार भी मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज देश की बहुत बड़ी जरूरत डेयरी सेक्टर से जुड़े पशुओं से जो अपशिष्ट निकलता है। उसके सही इस्तेमाल का भी है। रामनगर के दूध प्लांट के पास बायोगैस से बिजली बनाने वाले प्लांट का निर्माण ऐसा ही एक बहुत बड़ा प्रयास है।

डबल इंजन की बात करने पर कुछ लोगों को होता है कष्ट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि मैं जब काशी व यूपी के विकास में डबल इंजन की डबल शक्ति की बात करता हूं तो कुछ लोगों को कष्ट ज्यादा ही हो जाता है। ये वो लोग हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश को सिर्फ जाति, मजहब, पंथ के चश्मे से ही देखा। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भाषा भी उनके सिलेबस उनकी डिक्शनरी से बाहर है। उनके सिलेबस में उनकी डिक्शनरी में उनकी सोच में माफियावाद और परिवारवाद है। उनके सिलेबस में है घरों-जमीनों पर अवैध कब्जा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के 75 जिलों के 23 लाख से अधिक लोगों की घरौनी बन गई है। आज 20 लाख परिवारों को उनके घरों का दस्तावेज घरौनी दिया गया है। इससे गरीब, दलित, वंचित, पिछड़ों को अवैध कब्जों से मुक्ति मिलेगी। जो परंपरा अवैध कब्जे की पनपी है। उस पर भी घरौनी से लगाम लगेगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि हम यूपी में विरासत को भी बढ़ा रहे हैं। यूपी का विकास भी कर रहे हैं लेकिन सिर्फ अपना स्वार्थ सोचने वालों को यूपी का विकास पसंद नहीं आ रहा है। हालात तो ये हैं कि इन लोगों को पूर्वांचल के विकास से बाबा विश्वनाथ धाम से भी आपत्ति होने लगी है। उत्तर प्रदेश को दशकों पीछे धकेलने वाले इन लोगों की नाराजगी अभी और बढ़ेगी। जिस तरह पूरे यूपी के लोग हमें आशीर्वाद दे रहे हैं और जैसे-जैसे आशीर्वाद बढ़ता जाता है। उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचेगा।

दुग्ध किसानों के खातों में 35.19 करोड़ रुपये डिजिटली ट्रांसफर किया
इससे पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डेयरी के शिलान्यास के अलावा एक लाख 70 हजार 176 दुग्ध किसानों के खातों में 35.19 करोड़ रुपये डिजिटली ट्रांसफर किया। गौरतलब हो कि फिलहाल काशी में 111 जगहों से रोजाना 25 हजार लीटर से अधिक दूध की खरीद की जाती है। बनास डेयरी लखनऊ और कानपुर के बाद वाराणसी में अपना तीसरा प्लांट लगा रही है। इसकी क्षमता पांच लाख लीटर प्रतिदिन की होगी। जिसे 10 लाख लीटर प्रतिदिन तक बढ़ाया जा सकता है। प्लांट को 475 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से 30 एकड़ भूमि पर बनाया जाएगा। बनास प्लांट से 50 हजार लीटर आइसक्रीम, 20 टन पनीर, 75 हजार लीटर छाछ, 50 टन दही, 15 हजार लीटर लस्सी और 10 हजार किलो मिठाइयों का उत्पादन किया जाएगा। इस प्लांट में एक बेकरी इकाई भी होगी। इसमें महिलाओं और बच्चों के लिए पोषक तत्वों की खुराक का उत्पादन करने के लिए टेक होम राशन प्लांट शामिल होगा। इस परियोजना से पूर्वांचल क्षेत्र के वाराणसी, जौनपुर, मछलीशहर, चंदौली, भदोही, गाजीपुर, मिर्जापुर और आजमगढ़ के करीब हजार गांवों के स्थानीय किसानों को फायदा होगा। दूध से किसान हर महीना 8 से 10 हजार रुपये कमा सकेंगे। साथ ही ग्राहकों को भी अच्छी गुणवत्ता वाला सामान कम कीमत पर मिल सकेगा। कहा जा रहा है कि प्लांट शुरू होने के बाद 750 लोगों को सीधा रोजगार मिलेगा। जबकि इससे जुड़े 2350 लोगों और गांवों में लगभग एक लाख लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।

475 करोड़ की बनास काशी संकुल परियोजना की नींव रखी
प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी करखियांव में जनसभा को संबोधित करने से पूर्व 475 करोड़ की बनास काशी संकुल परियोजना की नींव रखी। इस अमूल प्लांट की नींव रखने से किसानों संग क्षेत्र का विकास तय हो गया है। एक लाख 70 हजार दुग्ध उत्पादकों को 35.2 करोड़ रुपये बोनस का भी उन्‍होंने आनलाइन ट्रांसफर किया। इसके साथ ही आनलाइन अन्य परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसके बाद मंच पर अपने हाथो वाराणसी के छह परिवारों क्रमशः विनोद कुमार, जय कृष्ण उपाध्याय, अभय गायत्री देवी, अभय छोटेलाल चौहान, अभय दर्शन पाल एवं चंद्रशेखर मौर्य को घरौनी का भी प्रमाण पत्र उपलब्ध करायें। इसमें वाराणसी के तीनों तहसील सदर, पिंडरा व राजातालाब के दो-दो परिवार शामिल रहे। इसके बाद उत्‍तर प्रदेश भर के 20 लाख परिवारों को आनलाइन घरौनी यानी खतौनी भी जारी किया। इसमें 35 हजार परिवार वाराणसी जिले के शामिल रहे।

सीएम बोले पूरी दुनियां काशी विश्वनाथ धाम को निहार रही
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा 13 दिसंबर को प्रधानमंत्री ने काशी को ऐसा अद्भुत चमत्कार दिया है जिसकी हजारांे साल से काशी को आवश्यकता रही। लेकिन पूर्व की सरकारों का कोई विजन न होने से यह कार्य नहीं हो पा रहा था। आज पूरी दुनिया काशी विश्वनाथ धाम को निहार रहा है। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि काशी को वैश्विक मंच पर स्थापित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सात वर्ष पहले जो संकल्प लिया था वह आज भौतिक विकास के साथ ही आध्यात्मिक व सांस्कृतिक विकास भी हो रहा है। दुग्ध उत्पादको को बोनस की धनराशि आज प्रधानमंत्री के हाथो मिल रही है। प्रदेश के 20 लाख लोगों को घरौनी के माध्यम से उनके आवासों का स्वामित्व भी प्रधानमंत्री के हाथों दिया जा रहा है। इसके लिए उन्होंने किसानों, पशुपालकों, देशवासियों एवं काशीवासियों की ओर से प्रधानमंत्री का हार्दिक स्वागत किया। इस अवसर पर केंद्रीय भारी उद्यम मंत्री डॉ महेंद्र नाथ पांडेय, उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण मंत्री अनिल राजभर, पर्यटन, संस्कृति, धर्मार्थ कार्य एवं प्रोटोकॉल राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ नीलकंठ तिवारी, स्टांप एवं न्यायालय पंजीयन शुल्क राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रविंद्र जायसवाल, नगर विकास राज्य मंत्री गिरीश चंद्र यादव, सांसद बीपी सरोज, सांसद प्रभात भाई यश पटेल, सांसद सीमा द्विवेदी, एमएलसी अशोक धवन, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, विधायक सुरेंद्र नारायण सिंह, विधायक डॉ अवधेश सिंह, भाजपा प्रदेश सह प्रभारी सुनील ओझा सहित पार्टी के अन्य पदाधिकारी रूप से उपस्थित रहे।

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