
चंदौली। कोरोना का डर कहें या लापरवाही त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव ड्यूटी में लगे मतदान कार्मिक प्रशिक्षण में रुचि नहीं दिखा रहे। शनिवार को दूसरे दिन भी 75 कार्मिक अनुपस्थित रहे। शुक्रवार को 59 कार्मिक गायब थे। अनुपस्थित कार्मिकों को दूसरे दिन प्रशिक्षण में उपस्थित होने का निर्देश दिया गया है। यदि कार्मिकों की लापरवाही जारी रही तो उनके खिलाफ लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया जाएगा।
जिले में 26 अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए 9436 कार्मिकों की ड्यूटी लगाई गई है। कार्मिकों के प्रशिक्षण की प्रक्रिया मुख्यालय स्थित नवीन कृषि मंडी परिसर में चल रही है। प्रशिक्षण प्रभारी कार्मिकों को मतदान की बारीकियां भी सिखाई जा रही हैं। प्रशिक्षण प्रभारी पदमकांत शुक्ला ने कहा, पंचायत चुनाव को लेकर आयोग ने स्पष्ट गाइडलाइन जारी की है। इसके बारे प्रशिक्षम में समस्त जानकारी दी जा रही है। मतदान कार्मिक बूथों पर पहुंचने पर पूरी निष्पक्षता बरतें। प्रत्याशियों व मतदान अभिकर्ताओं की उपस्थिति में मतदान की प्रक्रिया शुरू कराएं। मतदाताओं के नामों का सही ढंग से मिलान किया जाए। मतदाता सूची में नाम देखकर और निर्वाचन कार्ड का अवलोकन करने के बाद बूथों के अंदर जाने की अनुमति प्रदान करें। यदि कोई भी व्यक्ति मतदान को प्रभावित करने की कोशिश करे तो तत्काल मजिस्ट्रेट को सूचित करें। हालांकि कार्मिक निर्वाचन ड्यूटी में लापरवाही बरत रहे हैं। शनिवार को 1576 कार्मिकों को बुलाया गया था लेकिन 75 अनुपस्थित रहे। इसमें 27 पीठासीन, नौ प्रथम मतदान अधिकारी, 20 द्वितीय मतदान अधिकारी और 21 तृतीय मतदान अधिकारी शामिल हैं। सीडीओ अजितेंद्र नारायण ने बताया कि जो मतदान कार्मिक अनुपस्थित हैं, वे दूसरे दिन आकर प्रशिक्षण प्राप्त कर लें। अथवा उन्हें अनुपस्थि मानते हुए लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की धारा के तहत उनके विरूद्ध एफआईआर कराई जाएगी।